बिहार में कोरोना महामारी से निबटने को लेकर अधिक से अधिक जांच पर जोर दिया जा रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमण की जांच की गति को तेज करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 15. 5 लाख एंटीजन किट की खरीद की है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कोरोना की जांच की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। इसके लिए एंटीजन सहित अन्य माध्यमों से भी जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है। राज्य सरकार ने प्रतिदिन एक लाख सैम्पल जांच का लक्ष्य दिया है, उसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ट्रू नेट मशीन की 32 हजार कन्फॉर्मेटरी किट भी मंगाये गये हैं, ताकि ट्रू नेट से जांच के बाद कोरोना के निगेटिव मरीजों की पहचान की जा सके। इनमें जो मरीज पॉजिटिव आते हैं उनकी जांच आरटीपीसीआर मशीन से कोरोना की जांच कर उसकी पुष्टि की जाती है।
विभाग ने राज्य में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए अब समुदाय स्तर पर जांच की तैयारी की है। जिलों के कंटोनमेंट जोन के सभी व्यक्तियों की जांच करने और भीड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर भी कोरोना की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। इससे कोरोना संक्रमित मरीजों को चिह्नित कर उनके इलाज की व्यवस्था करने में आसानी होगी।
92 हजार सैम्पल की जांच एक दिन में
बिहार में अबतक 12 लाख 72 हजार 980 सैम्पल की कोरोना जांच की जा चुकी है। अभी 92 हजार सैम्पल की जांच एक दिन में पूरी की गई है। एक लाख सैम्पल की प्रतिदिन जांच होने पर अधिक से अधिक लोगों को जांच के दायरे में लाया जा सकेगा।
Input : Live Hindustan