लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान शुक्रवार को लौरिया व रामनगर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजनों से मिलने पहुंचे। एक-एक परिवार के घर पर जाकर उन्हें सांत्वना दिया। वे सबसे पहले देउरवा गांव में मृतक लतीफ मियां के घर पहुंचे। उनकी पत्नी और बेटे से मिले। इसके बाद पैदल ही मृतक बिकाऊ अंसारी के घर पहुंचे। वहां 15 मिनट रुककर उनकी पत्नी लालबीबी और पुत्र महम्मद अंसारी से मिले।
चिराग ने कहा कि जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत व चार लोगों की आंखों की रोशनी जाने का मामला संसद में उठाउंगा। अब आपकी लड़ाई चिराग लड़ेगा। अब आपलोगों को डरने की जरूरत नहीं है। सरकार की नाकामी की वजह से लोगों की मौत व आंखों की रोशनी गई है।
लोजपा नेता ने कहा कि जब बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी लागू कर दी है, तो यह मिल कहां से रही है। जहरीली शराब आखिर में आया कहां से? बिना पुलिस की मिलीभगत से यह धंधा नहीं चल सकता है। देवराज में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई है और चार लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। सरकार चुपचाप बैठी है। पीड़ित परिवार की सुधि तक नहीं ली गई है, इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। चिराग ने कहा कि अब समय आ गया है कि आप सब एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज उठाएं।
Input: live hindustan