बिहार के निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के इलाज को लेकर इलाज की दर तय करने की जिम्मेदारी जिलों के जिलाधिकारियों को सौंपे जाने के निर्णय की समीक्षा की जाएगी। साथ ही, विभाग के स्तर पर ही अब इलाज की दर तय की जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि अलग-अलग जिलों में स्थित निजी अस्पतालों में सुविधाओं में भी भिन्नता है। ऐसे में विभाग नए सिरे से इस निर्णय की समीक्षा कर उचित कार्रवाई करेगा। गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग ने एक माह पहले निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की दर तय करने का निर्देश सभी 38 जिलों के जिलाधिकारियों को दिया था। लेकिन, अबतक किसी भी जिले में यह दर तय नहीं किया जा सका है। कई जिलों में निजी अस्पताल में कोरोना मरीज भर्ती तो किये जा रहे हैं लेकिन इलाज की दर तय नहीं होने से मरीजों से मनमानी रकम वसूली जा रही है। इसको लेकर कई तरह की शिकायतें मिल रही हैं। अब विभाग गंभीर हुआ है।

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जानकारी के अनुसार विभाग के द्वारा प्रमंडलीय मुख्यालय में स्थित निजी अस्पतालों और अन्य जिलों में स्थित निजी अस्पतालों में इलाज की अलग-अलग दर तय किये जाने पर विचार किया जा सकता है। साथ ही इसके लिए सुपर स्पेशियलिटी और सामान्य अस्पतालों में इलाज की दर भी अलग-अलग हो सकती है।

Input : News4Nation

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