बिहार की सभी प्रमुख नदियों में उफान जारी है। इस बीच बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिलों की 69 लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है। बाढ़ के कारण अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इधर, राज्य सरकार भी बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में 6000 रुपये पहुंचाकर आर्थिक मदद देने में जुटी हुई है। नवभारत टाइम्स से संपर्क कर कई पाठक पूछ चुके हैं कि बाढ़ राहत के 6000 रुपये कैसे पाए जाएं। आइए समझते हैं कि ये रकम कैसे हासिल की जा सकती है।
ऐसे पा सकते हैं बाढ़ राहत के 6000 रुपये
बिहार बाढ़ राहत योजना का लाभ लेने के लिए आप सभी को आवेदन नहीं करना होगा, यदि आप बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के रहने वाले हैं तो आपका डाटा राज्य सरकार अधिकारी को भेज कर तैयार करवाएगी। बाढ़ में जिन परिवारों में गाय ,भैंस ,बकरी ,मकान इत्यादि की भी हानि हुई है उन्हें इसकी एवज में अलग से राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
राज्य सरकार की ओर से आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी इन प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित लोगों की सूची तैयार करेंगे, जिस सूची में प्रभावित व्यक्ति का नाम, पता और उनका बैंक अकाउंट संख्या की भी जानकारी मौजूद होगी। अगर आप की फसल की क्षति हुई है तो इसके लिए सूची कृषि विभाग के माध्यम से तैयार किए जाएंगे।
यानी अगर आप बाढ़ राहत के 6000 रुपये पाना चाहते हैं तो इलाके में नजर रखिए की निरीक्षण अधिकारी कब आए हैं। निरीक्षण अधिकारी के पास जाकर अपना नाम ऐड करवा लें। सूची में नाम होने पर आपके खाते पर पैसे भेज दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ लेने के लिए Bihar Badh Rahat Yojana 2020 में आप सभी को आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
बाढ़ राहत के लिए आवेदन भी कर सकते हैं
अगर आप बाढ़ राहत के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो बिहार सरकार की आपदा विभाग के पोर्टल www.aapda.bih.nic.in/ पर लॉगिन करना होगा।
ये है बाढ़ राहत की डिटेल
बिहार बाढ़ प्रभावित परिवार: 6000 रुपये
कपड़ा का नुकसान: 1800 रुपये
बर्तन बहने पर: 2000 रुपये
फसल बर्बाद होने पर: 6800 रुपये प्रति हेक्टेयर
गाय, भैंस खो जाने या मर जाने पर: 30000 रुपये प्रति मवेशी
घोड़ा पानी में बह जाने या खो जाने पर: 25000 रुपये प्रति
भेड़ ,बकरी, सूअर की क्षति पर: 3000 रुपये प्रति
पक्का मकान, कच्चा मकान नुकसान : 95100
मुर्गी क्षति पर: 50 रुपये प्रति, अधिकतम 5000 रुपये
पक्का मकान के आंशिक क्षतिग्रस्त होने पर: 5200 रुपये
कच्चा मकान के आंशिक क्षतिग्रस्त होने पर: 3200 रुपये
जानवर के शेड नुकसान होने पर: 2100 रुपये
झोपड़ी का पूर्ण नुकसान होने पर: 4100 रुपये
बिहार में बाढ़ प्रभावित जिले
समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया, पूर्वी व पश्चिमी चम्पारण बाढ़ की चपेट में है।