पटना सहित बिहार के कई भूभागों में रविवार सुबह तेज आंधी के साथ बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि, कई जगह सड़कों पर पेड़ गिरने व जल-जमाव से यातायात प्रभावित हो गया। उधर, वज्रपात में दो लोगों कर मौ’त हो गई।
कई जिलों में गिरा पारा
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पटना सहित आरा, गोपालगंज, सीवान, सारण, गया, जहानाबाद, आरा, बक्सर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी जगह-जगह आंधी के साथ बारिश हुई। इससे पारा गिरा। इसके पहले शनिवार तक पटना समेत बिहार के ज्यादातर भू-भाग लू की चपेट में रहे।
पटना की बात करें तो अभी तक आज का अधिकतम तापमान 37 डिग्री रिकार्ड किया गया है। जबकि, न्यूनतम तापमान 30 डिग्री तक रहने की उम्मीद है। इसके पहले शनिवार को पटना का अधिकतम तापमान 40 डिग्री रहा था। बिहार में अगले कुछ दिनों तक तापमान और गिरने की उम्मीद है।
जगह-जगह जल-जमाव
बारिश ने गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन इसने बिहार में शहरी विकास कर पोल भी खोल दी है। पटना सहित कई शहरों में जगह-जगह जल-जमाव हो गया है। पटना के फतुहा नगर परिषद क्षेत्र में नाला की सफाई नही होने के कारण सड़क पर जलजमाव हो गया है।
वज्रपात में दो की मौत, कई घायल
आंधी-बारिश से जगह-जगह पेड़ उखड़ गए। कई जगह गरीबों की झोपडि़यां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। बारिश के साथ वज्रपात से भी क्षति हुई। नवादा के कौआकोल स्थित पाली गांव में वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में जितेंद्र महतो और गांधी रविदास शामिल रहे। उधर, शिवहर के पुरनहिया थानांतर्गत कटैया गांव में हुए वज्रपात की जद में आधा दर्जन लोग आ गए। हालांकि, किसी का मौत नहीं हुई। सभी घायल धान की रोपनी के लिए बिचड़ा उखाड़ रहे थे, तभी तेज आवाज के साथ वज्रपात हुआ।
एक हफ्ते तक होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इस कारण अब एक हफ्ते तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। हालांकि, बिहार में इस साल मानसून के आने में विलंब हुआ। इस कारण अभी तक सामान्य से 41 फीसद कम बारिश ही हुई है। पटना की बात करें तो यहां सामान्य से 63 फीसद कम बारिश हुई है। पूरे बिहार की बात करें तो केवल दो जिलों सुपौल और पश्चिमी चंपारण में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
Input : Dainik Jagran