बिहार के विभिन्न जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में 500 नए बस स्टॉप बनेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसका कार्य आरंभ किया। सड़क सुरक्षा को देखते हुए इसका निर्माण कराया जा रहा है। अगले वित्तीय वर्ष में और एक हजार बस स्टॉप बनेंगे।
बस स्टॉप का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद निर्धारित ठहराव स्थल पर ही सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियां रुकेंगी। वहां बैठने के लिए सीमेंटेड कुर्सी होगी, शेड भी होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग को निर्देश दिया है कि स्कूल-कॉलेज समेत सभी तरह के सरकारी भवनों के बेहतर रख-रखाव के लिए मरम्मत नीति शीघ्र तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी भवन बने हैं, या बन रहे हैं। सभी की निरंतर साफ-सफाई होती रहे, इसे सुनिश्चित करें। कहा कि सभी तरह की सड़कों के लिए मरम्मत नीति बनाई गई है, जिसे लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत भी ला दिया गया है। शुरू से ही हर क्षेत्र में हमलोगों ने विकास का अपना लक्ष्य बनाया और समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया।
सवालिया लहजे में कहा कि वर्ष 2005 के पहले आधारभूत संरचना पर क्या काम होता था? 1990 से 2005 तक जिन्होंने शासन किया, उनके शासनकाल के अंतिम साल 2004-05 में भवन निर्माण से जुड़े कार्य में बजट का प्रावधान मात्र 22 करोड़ 53 लाख का था। वहीं हमलोगों ने वर्ष 2019-20 में आधारभूत संरचना के निर्माण पर 2650 करोड़ खर्च किया। वर्ष 2005 के बाद से बिहार में एक-से-एक भवन बने। पहले की निर्माण निगमों को बंद करने का निर्णय ले लिया गया था, पर हमलोगों को काम करने का राज्य की जनता ने मौका दिया तो ना सिर्फ पुराने निर्माण की निगमों को पुनर्जीवित किया गया, बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्र के लिए नए निर्माण निगमों की स्थापना भी की गई। पटना में 5000 लोगों के बैठने की क्षमता का बापू सभागार बनाया गया। इस परिसर में ज्ञान भवन और सभ्यता द्वार बनाए गए। नौ रैक्टर स्कैल पर भी भूकंप आए तो सरदार पटेल भवन नहीं गिरेगा, ऐसा यह बनाया गया है। इस तरह के कई भवन बने।
पटना में 19 बस स्टॉप
पटना जिला में 19 बस स्टाप का निर्माण किया जाना है। पटना सदर में फुलवारी शरीफ एवं संपतचक, पटना सिटी में फतुहा, खुसरूपुर एवं दनियांवा, दानापुर, बिहटा एवं नौबतपुर, पालीगंज, विक्रम एवं दुल्हिन बाजार, मसौढ़ी में पुनपुन, धनरुआ एवं मसौढ़ी, बाढ़ में बख्तियारपुर, अथमलगोला, बाढ़, मोकामा एवं पंडारक में बस स्टाप निर्माण किया जाएगा। इसके लिए प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी को बस ठहराव स्थल के चयन एवं निर्माण कार्य हेतु कार्यकारी एजेंसी के रूप में चयनित किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये जाने वाले बस स्टापों का जिलावार लक्ष्य….
दरभंगा-19,मुजफ्फरपुर-24,पूर्वी चंपारण और मधुबनी-23-23, गया और समस्तीपुर-20-20, दरभंगा, पश्चिमी चंपारण, सारण और पटना में 19-19, सिवान और वैशाली में 17-17, नालंदा-15, रोहतास, गोपालगंज, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार और बेगूसराय में 14-14, भोजपुर और अररिया में-13, शेखपुरा में 3, जहानाबाद और लखीसराय में 5-5, कैमूर, सहरसा और जमुई में 9-9, मुंगेर में 6, किशनगंज में 7 बस स्टॉप निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
ग्राम परिवहन योजना में लाभुकों की संख्या बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री ग्राम परियोजना योजना में हर पंचायत के पांच लोगों को यात्री वाहन खरीदने के लिए अनुदान दिए जाते हैं। हर पंचायत में पांच लोगों को ही नहीं, अब इसकी संख्या को और बढ़ाएं। ताकि इसका लाभ और अधिक लोगों को मिले। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक हजार नए लाभुकों को अनुदान भी वितरित किया।
Input : Live Hindustan