बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में इन दिनों लगातार परीक्षाएं हो रही हैं। एक साथ कई परीक्षाओं के कार्यक्रम घोषित किए जा चुके हैं। उधर, 29 मार्च से स्नातक पार्ट टू-2018 की परीक्षा होनी है। इसकी तिथि तय की जा चुकी है। मगर, कॉपियां ही उपलब्ध नहीं हैं। ऐन वक्त पर 9 लाख कॉपियां उपलब्ध कराने के लिए टेंडर निकाला गया है। 19 मार्च तक जेम पोर्टल पर टेंडर होना है। 22-23 मार्च तक टेंडर फाइनल होने के बाद एजेंसी को कार्य का आवंटन होगा। लिहाजा, पांच-छह दिनों में इतनी कॉपियों का इंतजाम आसान काम नहीं है। समय पर कॉपियां नहीं मिलीं तो परीक्षाएं लटक सकती हैं।

शॉर्टेज जानने के बाद भी टेंडर में देरी

परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण ने कहा कि प्रक्रिया जो हो, तय समय पर परीक्षा ली जाएगी। दो दिनों में स्नातक पार्ट टू की परीक्षा के कार्यक्रम घोषित कर दिए जाएंगे। 29 मार्च से परीक्षा लेने की जानकारी राजभवन को भी दी जा चुकी है। सहायक सचिव भी आए थे तो उन्हें भी यह बात बताई गई। आज से तीन-चार महीना पहले लिखकर कॉपियों की आवश्कता जता दी गई थी।

अभी परीक्षा प्रारंभ नहीं हो पाई तो लोकसभा चुनाव को लेकर फिर अप्रैल में नहीं हो पाएगी। 20-21 को होली है। उसके बाद तुलनात्मक विवरणी बनेगी। एक कॉपी की कीमत अगर चार रुपये भी पड़ती है तो उस हिसाब से 36 लाख रुपये इस मद में खर्च होंगे। लिहाजा, इसकी खरीदारी जेम पोर्टल से की जा रही है। इसके लिए रजिस्ट्रार कर्नल अजय कुमार राय ने टेंडर निकलवाया है।

बड़ा सवाल यह है कि यह जानते हुए कि परीक्षा विभाग के स्टोर में कॉपियों का शॉर्टेज है तो पहले से इस ओर ध्यान क्यों नहीं दिया गया? बीआरएबीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण ने कहा कि हमको समय पर कॉपियां मिलने की उम्मीद है। रजिस्ट्रार ने आश्वस्त किया है कि समय पर स्टोर में कॉपियां उपलब्ध करा देंगे। लिहाजा, परीक्षा लेने में कोई संशय नहीं है।

Input : Dainik Jagran

 

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