बिहार में शिक्षक बनना चाह रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। बिहार विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने घोषणा की है कि केंद्र की तर्ज पर बिहार में भी एसटीईटी सर्टिफिकेट की मान्यता आजीवन होगी। शिक्षा मंत्री ने सदन में कहा कि कक्षा 1 से 8 तक की शिक्षक नियुक्ति से जुड़ी टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता 7 साल से बढ़ाकर आजीवन करने का फैसला लिया गया है।
पिछले वर्ष बिहार सरकार ने प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) की वैधता अवधि बढ़ाई थी। इससे 2020 में खत्म हो रहे उनके प्रमाणपत्र 2021 तक वैध हो गए थे।
आपको बता दें कि पिछले वर्ष नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने टीईटी को जीवन भर के लिए मान्य करने का फैसला किया था। इससे पहले टीईटी सर्टिफिकेट सिर्फ सात साल के लिए मान्य होता था।
अभी तक टीईटी करने के बाद यदि कोई व्यक्ति सात साल के भीतर शिक्षक नियुक्त नहीं होता है तो फिर से उसे टीईटी परीक्षा पास करनी होती थी। हर साल केंद्र सरकार या राज्यों द्वारा आयोजित होने वाली टीईटी परीक्षाओं में लाखों उम्मीदवार बैठते हैं।
Input: Live Hindustan