बिहार के कु’ष्ठ पी’ड़ितों को प्रतिमाह तीन हजार तथा उनके आश्रितों को तीन हजार प्रतिमाह पेंशन मिलेगी। अभी यह राशि 1500 रुपये प्रतिमाह है। साथ ही आश्रितों को 300 रुपये मिल रहे हैं।

यह जानकारी अपर निदेशक सह कुष्ठ रोग के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार पांडेय ने होटल चाणक्य में पहले विश्व नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजिज(एनटीडी) दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यशाला में दी। डब्ल्यूएचओ ने 30 जनवरी को विश्व एनटीडी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। डॉ. पांडेय ने कहा कि पेंशन की राशि बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना के तहत प्रभावित व्यक्ति को मिलती है। यह राशि समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जाती है। पेंशन की राशि बढ़ाने का प्रस्ताव समाज कल्याण विभाग को भेजा गया है। राज्य में लगभग एक से डेढ़ लाख कुष्ठ रोगी हैं। जानकारी के अभाव में अभी सिर्फ 22 हजार ही इस योजना का लाभ ले पा रहे हैं।

कार्यशाला में कुष्ठ, फाइलेरिया, कालाजार, डेंगू, रेबीज जैसी 20 बीमारियों के प्रभाव, उनके कारण और उन्मूलन पर चर्चा हुई। इसमें समाजिक कार्यकर्ता सुधा बर्गीज, कालाजार के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मदन प्रसाद शर्मा, फाइलेरिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. राज नंदन प्रसाद, डब्ल्यूएचओ के डॉ. अरुण कुमार व संजय सुमन आदि मौजूद थे।

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