बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में सत्र को समय से संचालित करने की दिशा में प्रयास हो रहा है। आने वाली सभी परीक्षाओं के फॉर्म ऑनलाइन ही भरे जाएंगे ताकि परीक्षा समय से आयोजित हो सकें। वहीं परीक्षा के 30 दिनों के भीतर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। साथ ही 45 दिनों में प्रोविजनल सर्टिफिकेट और मार्कशीट एक साथ कॉलेज में भेज दिया जाएगा। इसके लिए छात्र-छात्राओं को विवि के चक्कर नहीं काटने होंगे।
प्रोविजनल सर्टिफिकेट और मार्कशीट में अगर कोई गड़बड़ी होती है तो उसमें सुधार के लिए कॉलेज में ही आवेदन देंगे। कॉलेज आवेदनों को एकत्रित कर विवि को भेजेंगे और वहां शीघ्र उसका निष्पादन कर दिया जाएगा। परीक्षा विभाग को पूरी तरह डिजिटल करने की दिशा में कार्य हो रहा है।
इसी सत्र से लागू होगी व्यवस्था :
विश्वविद्यालय में इसी सत्र से नई व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इसकी तैयारी चल रही है। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से पूर्वी और पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, वैशाली और शिवहर से विवि में आने वाले छात्रों को सर्वाधिक लाभ होगा। प्रोविजनल सर्टिफिकेट, अंकपत्र, पेंडिंग रिजल्ट में सुधार समेत अन्य समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिदिन इन जिलों से 500 से अधिक छात्र विवि पहुंचते हैं। इस क्रम में कई बार उन्हें बिचौलियों का भी शिकार होना पड़ता है।
विवि की ओर से बताया गया कि परिणाम जारी होने के बाद वेबसाइट पर भी पेंडिंग रिजल्ट में सुधार के लिए विकल्प दिया जाएगा। यदि विद्यार्थी वहां अपनी शिकायत रखते हैं तो शीघ्र समाधान कर दिया जाएगा।
इस बारे में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने कहा कि ‘छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए प्रोविजनल सर्टिफिकेट के साथ ही अंकपत्र कॉलेज में भेज दिया जाएगा। विवि की ओर से इसकी निगरानी भी की जाएगी। नई व्यवस्था इसी सत्र से लागू कर दी जाएगी। इस दिशा में कार्य हो रहा है।
Input: Dainik Jagran