काेराेना की दूसरी लहर में हुई गलती से सबक लेते हुए और प्रशासन ने तीसरी लहर की आशंका काे देखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। तीसरी लहर में काेराेना के कहर से बचने के लिए शहर के बीबी काॅलेजिएट स्कूल के पीछे बिहार बाेर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में 3.5 कराेड़ की लागत से अस्थाई काेराेना अस्पताल का निर्माण कराया गया है। आक्सीजन युक्त 220 बेड के इस अस्पताल का निर्माण बीएमएसआईसीएल (बिहार मेडिकल सर्विस काॅर्पाेरेशन लि.) की ओर से कराया गया है। इसमें से 20 बेड का आईसीयू रहेगा। साथ ही 100 बेड बच्चाें के लिए रिजर्व हाेगा।
इसके अतिरिक्त एसकेएमसीएच परिसर में आईसीआईसीआई बैंक की ओर से 100 बेड का अस्थाई काेराेना अस्पताल प्रस्तावित है। बीएमएसआईसील के परियाेजना महाप्रबंधक संजीव रंजन ने बताया कि उत्तर बिहार के मरीजाें के लिए बीबी काॅलेजिएट स्कूल के पीछे बिहार बाेर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में 220 बेड का अस्थाई काेराेना अस्पताल का निर्माण पूरा कर लिया गया है। काेराेना संक्रमण बढ़ते ही 24 घंटे के अंदर मरीज काे भर्ती कर इलाज शुरू कर दी जाएगी। सभी बेड पर पाइप लाइन से मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। बच्चाें के लिए अलग से वेंटिलेंटर की व्यवस्था की गई है।
बच्चों के लिए एसकेएमसीएच, बीबी कॉलेजिएट में सौ-सौ, सदर अस्पताल में 50 बेड रहेंगे रिजर्व
विशेषज्ञाें ने काेराेना की तीसरी लहर काे बच्चाें के लिए घातक माना है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने शिशु राेग विशेषज्ञ डाॅ. सी वी कुमार के नेतृत्व में छह डाॅक्टराें की विशेष कमेटी बनाई है। इसमें शिशु राेग विशेषज्ञ डाॅ. गाेपाल शंकर सहनी, डाॅ. चिन्मय शर्मा, डाॅ. अतुल वैभव, डाॅ. नीरज कुमार तथा डाॅ. राजेश कुमार काे शामिल किया गया है। यह कमेटी तीसरे लहर के पूर्व किए जाने वाले तैयारियाें के संबंध में समय-समय पर बैठक कर आवश्यक दवा, उपकरण, उपस्कर एवं संस्थान की आवश्यकता के विषय में जिला प्रशासन काे अवगत कराती रहेगी। ताकि, समय रहते सभी समुचित व्यवस्था की जा सके।
कमेटी ने फिलहाल, मुजफ्फरपुर में काेराेना पीड़ित बच्चाें के इलाज के लिए कम से कम 250 बेड सुरक्षित रखने की अावश्यकता जताई है। इसी आलाेक में बीएमएसआईसीएल की ओर से निर्मित 220 बेड में से 100 बेड, एसकेएमसीएच में 100 बेड का पिकू वार्ड तथा सदर अस्पताल स्थित एमसीएच भवन में 50 बेड काे बच्चाें के इलाज के लिए सुरक्षित रखने की तैयारी है। इसके अतिरिक्त सभी सीएचसी में भी काेराेना मरीजाें के लिए 10-10 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही प्रत्येक सीएचसी काे 10-10 अाॅक्सीजन कंसंट्रेटर भी उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।
Input: dainik bhaskar