मंगलवार को पटना एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट के विमान के उड़ान भरने से पहले चूहा मिलने के मामले में एक नई बात सामने आ रही है। कयास लगाया जा रहा है कि यह चूहा विमान में बेंगलुरू से पटना पहुंचा था। पटना में विमान में चूहे के प्रवेश करने के आसार कम हैं। यह भी कहा जा रहा है कि बेंगलुरू एयरपोर्ट पर एरोब्रिज के जरिए विमान में चूहा प्रवेश कर गया होगा और पटना में जब यात्री विमान में सवार हो रहे थे, तब उन्हें इसका पता चला। दो घंटे तक विमान में यात्रियों को बिठाने के बाद यह अनाउंसमेंट किया गया कि विमान में चूहा है, जिससे ढूंढा जा रहा है। अब मामला मीडिया में आने के बाद विमानन कंपनी के प्रतिनिधि विमान में चूहे के होने की घटना से सीधे इंकार कर रहे हैं।
विमान की सीट संख्या 30 एफ पर सफर कर रही स्वाति ने कहा कि विमानन कंपनी की ओर से इस दो घंटे के दौरान यात्रियों को कुछ भी सही-सही नहीं बताया गया। यह भारी फजीहत भरा सफर था। सोशल साइट्स पर यात्री द्वारा इस मामले से जुड़ा पोस्ट लिखे जाने के बाद मीडिया में मामला छाया रहा। इधर पटना एयरपोर्ट पर सीसीटीवी को फिर से खंगाला गया कि कहीं पटना में ही किसी यात्री के सामान के जरिये यह चूहा विमान तक तो नहीं पहुंच गया। लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी एयरपोर्ट परिसर में इसका कोई सुराग नहीं मिला। हालांकि विमानन कंपनी अब भी यात्रियों को विमान से डीबोर्ड करने की वजह तकनीकी खराबी बता रही है। जबकि यात्रियों का कहना है कि विमान में चूहा उछल-कूद मचा रहा था। इसके बाद यात्रियों की शिकायत पर विमान को खाली कराया गया। यात्रियों का कहना है कि संभव है कि इसी चूहे की वजह से विमान में तकनीकी खराबी भी आई हो।
सुरक्षा पर सवाल
यात्रियों का कहना है कि विमान में चूहे का मिलना सुरक्षा और संरक्षा से जुड़ा मामला भी है। अगर हवाई यात्रा के दौरान चूहा तारों का क्षति पहुंचाता तो इससे विमानन के असंतुलन की स्थिति आ सकती थी। यह यात्री सेवाओं में खामी से भी जुड़ा मसला है।
Input: Live Hindustan