मुजफ्फरपुर। ज़िले के बेनीबाद-बकुची रोड निर्माण कार्य की गति धीमी पड़ गयी है। सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं होने से आमलोगों को उड़ते धूल से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।सड़क किनारे बसे लोग सहित आमलोगों को सड़क से सफर करना मुश्किल हो गया है। खासकर बेनीबाद केवटसा चौक से बकुची तक सड़क पर पूरे दिन बड़े व छोटे वाहनों की आवाजाही और उड़ती धूल लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य में शिथिलता बरती जा रही। सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है। जिस कारण उड़ती धूल से सड़क पर चलना दुस्वार हो गया है। उदासीनता का आलम यह है कि बड़े वाहनों के गुजरने के बाद छोटे वाहन वालों के लिए धूल खतरनाक साबित हो रहा है।
क्या कहते हैं राहगीर : राहगीरों ने बताया कि धूल से लोगों को अनेकों तरह की बीमारी होने की संभावना बनी रहती है। खासकर आंख और श्वांस संबंधी बीमारी होने की संभावना ज्यादा रहती है।शिक्षक राजेश कुमार, रंजित कुमार सिंह ने कहा कि सड़क पर पानी का छिड़काव नही होने के कारण धूल काफी उड़ती है।कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर धूल भी कोरोना वायरस से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह धूल कभी जानलेवा साबित हो सकता है। चौक चौराहो के दुकानदारों ने कहा कि धूल आमलोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। धूल के कारण पर्यावरण भी प्रदूषित हो रही है। जल्द सड़क निर्माण के प्रति ठेकेदार उदासीन है।वहीं कुछ लोगों ने बताया कि धूल से लोगों के शरीर में एलर्जी होने की प्रबल संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण प्रदूषित होने से सांस लेने और कोरोना जैसे बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए धूल घातक सिद्ध हो सकता है।