वर्ल्ड में कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारियां जोरो-शोर पर हैं, फिर वो चाहें उसके वितरण की बात हो या फिर उसके साइड-इफेक्ट्स की लेकिन बिहार में लगता है प्रशासन ने पहले से ही वैक्सीन बिहार के लोगो को लगा दिया है.

जिस हिसाब से बिहार के लोग घूम रहे उसको देख के तो यही लगता है, शहर में जितनी चहल पहल दिख रही है, उसको देख के देश की राजधानी भी बिहार के लोगो से इसका हल माँगेगी.

पुलिस, प्रशासन, जनता, कचहरी, हॉस्पिटल जहा देखये वहाँ बिना मास्क बिना सोशल डिस्टनसिंग किये लोग बेखौफ घूम रहे है, जहा पूरा देश इससे लड़ने की कोशिश कर रहा है वहाँ बिहार में लोग बेखौफ घूम रहा है, पूछे जाने पर इनका उत्तर बड़ा हास्यापद है की ये अमीरों की बीमारी है , एसी में रहने वालों को ही होता है, लोग चुनाव का हवाला दे रहे है, शायद इन लोगो को ये अहसास नही है कि परिवार के लोग अपनो को अंतिम दर्शन तक नही कर पा रहे है.

इससे ज्यादा और क्या उदाहरण होगा, क्या किसी के घर पर कोरोना से मौत होने पर ही उसको ऐहसास होगा इस जानलेवा बीमारी की या कोई जबरदस्ती इनको अहसाह दिलाएगा.

हमे खुद ही समझ लेना चाहिये यूरोप जैसा लापरवाही नही करनी चाहये , प्रसासन को बिना मास्क या सोशल डिस्टनसिंग के चालान काटना चाहिये भीड़ इकट्ठा नही होने देना चाहये , अभी भी जग जाना चाहये नही तो बिहार मुर्दो के पहाड़ पर बैठ होगा.

जहाँ हम ये सब देख के सिर्फ अपने आप को कोष रहे होंगे, ऐसा समय ही क्यों आने दे थोड़ा सचेत और जागरूक रहने की जरूरत है, नेता लोग अपनी राजनीति कर के चले जायेंगे पछताना हमे होगा, ये समझने की जरूरत है.

Pics by Rohit Sahay (Aaj Tak) 

अभिषेक रंजन, मुजफ्फरपुर में जन्में एक पत्रकार है, इन्होंने अपना स्नातक पत्रकारिता...