जिले में चुनावी दौरों पर निकलने वाले माननीयों को जनता के सवालों से जूझना पड़ रहा है। नौबत जूतम-पैजार तक पहुंच रही है। महनार में जदयू विधायक के साथ हुए सलूक के बाद हाजीपुर विधायक को भी जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। हाजीपुर के भाजपा विधायक अवधेश सिंह अपने शांत और मृदुल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, उन्होंने औरों के मुकाबले क्षेत्र में कहीं अधिक समय दिया है। सत्ताधारी दल के विधायक होने के कारण लोगों की उनसे निश्चय ही बड़ी उम्मीद रही होगी।

विधायक पहुंचे तो थे पीएचसी का उद्घाटन करने। उन्होंने क्षेत्र विकास मद से खस्ताहाल पीएचसी भवन का जीर्णोद्धार कराया था। लोगों का कहना है उद्घाटन का समय चुनाव से ठीक पहले शायद इसलिए चुना था कि इसका इम्पैक्ट मिले पर सब उल्टा हो गया। घटना बीते सोमवार 14 सितम्बर, हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र दयालपुर की है। यहां पीएचसी आने वाली जर्जर सड़क लोगों के गुस्से का कारण बनी। जर्जर सड़क और क्षेत्र की समस्याओं के लिए स्थानीय लोग विधायक से जूझ पड़े। विधायक ने समझाने की कोशिश की। कहा पीएचसी ठीक करने की कोशिश की है अबकी बार, अगली बार सड़क भी बनवा देंगे। हालांकि, लोगों ने एक न सुनी व मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। लोगों का गुस्सा देख विधायक को बैरंग लौटना पड़ा।

पहले महनार विधायक की हुई थी फजीहत
वह तो हाजीपुर विधायक की व्यवहार कुशलता थी कि नाराज जनता विरोध में नारेबाजी तक ही सीमित रही। वहीं महनार विधायक उमेश सिंह कुशवाहा को भारी फजीहत झेलनी पड़ी। घटना मंगलवार 15 सितम्बर की है। जदयू विधायक उमेश कुशवाहा समर्थकों के साथ चकेशो गांव पहुंचे थे। विधायक अगले 5 साल के लिए कोई चुनावी वायदा करते, इससे पहले ही किसी ने 5 साल का हिसाब मांग लिया। समर्थकों ने मामले को संभालने की कोशिश की लेकिन बात बिगड़ गई और हाथापाई शुरू हो गई। बॉडीगॉर्ड विधायक को निकालकर ले गए।

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD