मुंबई. बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग के जरिए लोगों के दिलों में राज करने वाले बिहारी बाबू यानी एक्टर मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpai) इन दिनों अपने रैप को लेकर सुर्खियों में हैं. एक्टिंग के बाद उन्होंने रैप सॉन्ग गाकर लोगों के सामने अपनी इस प्रतिभा को भी रखा है. रैप उन्होंने भोजपुरी (Bhojpuri) भाषा में किया है, जो रिलीज हो चुका है. रैप सॉन्ग का नाम है ‘बंबई में का बा’ (Bambai Main Ka Ba). गाने को अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने डायरेक्ट किया है. यह गाना इंटरनेट पर वायरल हो गया है.
‘बंबई में का बा’ को लेकर मनोज बाजपेयी और अनुभव सिन्हा ने CNN NEWS 18 से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. मारिया शकील के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मनोज ने कहा कि यह गाना उन प्रवासी मजदूरों के दर्द को उकेरता है जो मेट्रोपोलिटन शहरों में मेहनत कर अपना पेट पालते हैं और जरूरतों को पूरा करते हैं. वहीं, फिल्म मेकर अनुभव सिन्हा ने बताया कि 26 साल बाद मनोज बाजपेयी के साथ वह वापस काम कर रहे हैं.
मनोज बाजपेयी ने कहा कि प्रवासी मजदूर बंबई में आए थे क्योंकि गांव में रोजगार नहीं था. उनके सर्वाइवल का सवाल खड़ा हो गया था. जीने-मरने का सवाल था. इसलिए वह बड़े शहर में आए थे. मुंबई यहां प्रतीक है. यह कोई भी बड़ा शहर हो सकता है. प्रवासियों का असली संकट यही है कि गांव में जॉब नहीं है और यहां पर रह नहीं पाते. यहां पर सुरक्षा और सम्मान नहीं है.
रैप सॉन्ग में मुंबई की जगह बंबई का प्रयोग करने के सवाल पर अनुभव सिन्हा ने कहा, ”मैं इस बात के लिए महाराष्ट्र की राजनीति को धन्यवाद देना चाहूंगा कि इस विषय पर कोई झगड़ा नहीं हुआ. किसी भी शहर का नाम बदलता रहता है. इस गाने में बंबई इसलिए रखा गया कि ज्यादातर प्रवासी इसे इसी नाम से बोलते हैं. हमने वीडियो के शुरू में ही डाल दिया था कि मुंबई का निक नेम बंबई है. यह प्रतीक है सभी बड़े शहरों का जहां प्रवासी कमाने के लिए जाते हैं. यह बहुत ही खूबसूरत शहर है. फ्लो में हमारे मुंह से बॉम्बे या बंबई ही निकलता है. जब ऑफिशियल बात कर रहे होते हैं तो मुंबई हो जाता है.”
बता दें कि इस रैप सॉन्ग गाते हुए मनोज बाजपेयी का स्वैग देखते ही बनता है. मनोज का ये अंदाज यूजर्स को काफी पसंद आ रहा है. इस गाने को 8 सितंबर को रिलीज किया गया. इस रैप सॉन्ग की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे यूट्यूब पर अब तक 47 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं.