महाकुंभ-2021 के शाही स्नानों की तिथियों की घोषणा की जा चुकी है. हरिद्वार में संतों के साथ 2 घंटे की बैठक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने इसका ऐलान किया. महाकुंभ के कामों को पूरी सफाई और समय से पहले करने को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश जारी किए. महाकुंभ का पहला शाही स्नान महाशिवरात्रि के पर्व पर 11 मार्च को होगा.
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कुंभ से संबंधित सभी कार्य समय रहते पूरा करने को कहा. मुख्यमंत्री ने विभागों की समस्या को संबंधित अधिकारी से तुरंत अवगत कराने को कहा.
इस बैठक में नाराज संत शामिल नहीं होना चाहते थे और उन्हें लाने के लिए अफसरों को बहुत मेहनत करनी पड़ी. संतों का कहना था कि प्रदेश सरकार और अफसर उनके साथ बेरुखी से पेश आते हैं. इसके अलावा संत उन ज्योतिषाचार्यों से भी नाराज थे जिन्होंने अपनी वेबसाइटों पर शाही स्नान की तिथि घोषित कर दी थी. संतों का कहना था कि शाही स्नान की तिथि की जानकारी देना अखाड़ों का काम है.
पहला शाही स्नान जहां 11 मार्च को होगा वहीं दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या के दिन, तीसरा 14 अप्रैल को बैसाखी मेष पूर्णिमा पर और चौथा और आखिरी शाही स्नान 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर होगा.