राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और वाम दलों ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए शनिवार की सुबह अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। महागठबंधन के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि जिंदगी भर जमीन हड़पने वाले अब किसानों की बात कर रहे हैं। ये लोग घोषणा के अलावा कुछ नहीं कर सकते।
पत्रकारों से बात करते हुए सुशील मोदी ने कहा, ‘महागठबंधन ने आज जो घोषणा पत्र जारी किया है, उसमें जिंदगी भर जो पार्टियां जमीन हड़पती रही, वो आज किसानों की बात कर रही हैं, जो लोग पैसा लेकर नौकरी देते रहे, आज वो नौकरी की बात कर रहे हैं। ये लोग केवल घोषणा कर सकते हैं, कुछ दे नहीं सकते।’
बता दें कि महागठबंधन ने साझा घोषणापत्र को बदलाव का संकल्प पत्र का नाम दिया है। आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस और वाम दलों में सरकार गठन के बाद बिहार के लिए जो प्राथमिकताएं तय की हैं, उसका जिक्र इस घोषणापत्र में किया गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि आज शुभ दिन है, नवरात्र की शुरुआत है, कलश की स्थापना की गई है। कलश स्थापना के दिन संकल्प लिया जाता है। हम ‘प्रण हमारा, संकल्प बदलाव’ का जारी कर रहे हैं।
संकल्प पत्र की मुख्य बातें
– पहली कैबिनेट में दस लाख नौजवानोंं को रोजगार
– परीक्षा के लिए भरे जाने वाले आवेदन फॉर्म पर फीस माफ
– परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया सरकार देगी
– हमारा संकल्प है कि पलायन रोकेंगे
– कर्पूरी श्रम सहायता केंद्र खोलेंगे, इससे लोगाें की मदद करने में आसानी होगी
– शिक्षकों के लिए सामान काम सामान वेतन का वादा पूरा करेंगे
– जीविका दीदियों का मानदेय दोगुना करने का वादा
– पहले विधानसभा सत्र में केंद्र के कृषि संबंधी तीनों बिल के प्रभाव से बिहार के किसानों को मुक्ति दिलाने का वादा किया गया है।
Input: Live Hindustan