नगर निगम बोर्ड के कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होते ही सोमवार को महापौर एवं उपमहापौर के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया। निगम के 40 पार्षदों ने जहां महापौर सुरेश कुमार एवं 21 पार्षदों ने उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला पर अविश्वास जताया है। दो खेमों में बंटे निगम पार्षदों ने महापौर को अलग-अलग प्रस्ताव की कॉपी सौंपी। एक खेमा के 19 पार्षदों ने सिर्फ महापौर के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव सौंपा, जबकि दूसरे खेमे के 21 पार्षदों ने दोनों के खिलाफ अविश्वास के प्रस्ताव संबंधी पत्र सौंपा।

महापौर ने पहले खेमे द्वारा दिए गए प्रस्ताव को आधार मानते हुए इस पर चर्चा के लिए 15 जून को बैठक बुलाने का निर्देश नगर आयुक्त संजय दूबे को दिया है। उन्होंने दूसरे खेमे के प्रस्ताव को बाद में मिलने की बात कहकर उपमहापौर के खिलाफ प्रस्ताव को चर्चा में शामिल करने से इंकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि दूसरा प्रस्ताव आने से पहले ही मैं बैठक बुला चुका हूं। ऐसी स्थिति में दूसरी बैठक बुलाने का औचित्य ही नहीं है। दूसरे खेमे का नेतृत्व कर रहे वार्ड पार्षद राजीव कुमार पंकू ने कहा कि महापौर ने हमलोगों की ओर से लाए गए प्रस्ताव की अनदेखी की है। हमलोग इसकी शिकायत करेंगे।

सिर्फ महापौर पर जताया अविश्वास

महापौर सुरेश कुमार पर जन आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतरने एवं पार्षदों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए पहले खेमे के 19 पार्षदों ने सिर्फ महापौर सुरेश कुमार के खिलाफ प्रस्ताव दिया है। इसमें वार्ड चार के पार्षद हरिओम कुमार, वार्ड 40 के अब्दुल बाकी, वार्ड 35 की पार्षद आभा रंजन, वार्ड 15 की पार्षद अंजू कुमारी, वार्ड 13 की पार्षद सुनीता भारती, वार्ड 11 की पार्षद प्रमिला देवी, वार्ड 42 की पार्षद अर्चना पंडित, वार्ड 49 की पार्षद नीलम गुप्ता, वार्ड 19 की पार्षद निर्मला देवी, वार्ड 14 के पार्षद रतन शर्मा, वार्ड 16 के पार्षद पवन कुमार राम, वार्ड 43 की पार्षद शाहिदा खातून, वार्ड 38 की पार्षद शबाना परवीन, वार्ड 34 की पार्षद सालेहा खातून, वार्ड 33 की रश्मि आरा, वार्ड 6 के पार्षद जावेद अख्तर गुडडू एवं वार्ड 18 की पार्षद संजू देवी शामिल हैं।

महापौर एवं उपमहापौर पर जताया अविश्वास

दूसरे खेमे के 21 वार्ड पार्षदों ने महापौर एवं उपमहापौर दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। इस खेमे द्वारा लाए गए प्रस्ताव में वार्ड 3 के राकेश कुमार, 28 के राजीव कुमार पंकू, 10 के अभिमन्यु कुमार चौहान, 31 की रूपम कुमारी, 30 की सुरभि शिखा, 17 के विकास कुमार, 7 की सुषमा देवी, 25 के संतोष कुमार शर्मा, 48 के मो. हसन, 29 की रंजू सिन्हा, 27 के अजय ओझा, 47 की गीता देवी, 5 की सीमा कुमारी, 45 के शिव शंकर महतो, 40 के अब्दुल बाकी, 2 की गायत्री चौधरी, 44 के शेरु अहमद, 21 के केपी पप्पू, 20 के संजय केजरीवाल एवं 41 की पार्षद सीमा झा ने हस्ताक्षर किया है।

कार्यालय छोड़ गायब हो गए महापौर के पीए

दूसरे खेमे के आधा दर्जन पार्षद जब अविश्वास प्रस्ताव की कॉपी सौंपने महापौर के कक्ष में पहुंचे तो वहां न तो महापौर मिले और न ही उनका पीए। अनुसेवी तक गायब मिला। किसी के नहीं मिलने पर पार्षदों ने नगर आयुक्त से शिकायत की तो वे स्वयं अपने कार्यालय कक्ष से बाहर महापौर के पीए को खोजने लगे। पार्षदों की शिकायत पर नगर आयुक्त ने कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की। इस बीच पीए उपस्थित हो गया और उसने दूसरे खेमे के प्रस्ताव को प्राप्त किया। महापौर सोमवार को सुबह 10 बजे ही कार्यालय पहुंच गए थे और आधे घंटे बाद पहले खेमे द्वारा लाए गए प्रस्ताव को स्वयं प्राप्त किया और फिर कार्यालय से चले गए।

महापौर पर लगाए कई गंभीर आरोप

दोनों खेमों ने अविश्वास प्रस्ताव में महापौर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पहले खेमे ने महापौर पर अपने दो साल के कार्यकाल में जनता एवं जनप्रतिनिधियों के आकांक्षा के विपरीत कार्य करने, जनहित कार्यो की अनदेखी करने, शहर के विकास कार्यो को ठप करने, निगम राजस्व को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरे खेमे ने महापौर पर ऑटो टिपर घोटाला में संलिप्त रहने, निगम बोर्ड एवं सशक्त स्थायी समिति की बैठक बुलाने में नगरपालिका अधिनियम की अनदेखी करने, जनता की समस्याओं को दूर करने एवं सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में विफलता का आरोप लगाया है।

इस बारे में महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि पार्षदों से बात करेंगे। उम्मीद है उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी। विशेष बैठक में वे अपनी बातों को रखेंगे। उनका अविश्वास, विश्वास में बदल जाएगा।

वहीं इस बारे में उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला ने कहा कि किसी भी खेमे द्वारा लाए गए प्रस्ताव की कॉपी मुझे नहीं मिली है। मेरे पर क्या आरोप लगाए गए हैं, पता नहीं। प्रस्ताव की कॉपी आने पर ही अपना पक्ष रखूंगा।

Input : Dainik Jagran

 

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