देशभर में शादियों का सीजन चल रहा है. ऐसे में आप भी किसी करीबी दोस्त या रिश्तेदार की शादी में जरूर शामिल हुए होंगे. लेकिन इन दिनों मध्य प्रदेश के सतना में एक अनोखी शादी देखने को मिली है. दरअसल सतना जिले के वलेचा परिवार की इकलौती बेटी घोड़ी पर चढ़कर दूल्हे के घर के लिए रवाना हुई. अब ये नजारा देखकर किसी का भी हैरान होना तय है क्योंकि अक्सर दूल्हे को ही घोड़ी पर बैठे हुए देखे जाता है.
सतना के वालेचा परिवार ने घोड़ी पर चढ़ने की बेटी की न केवल ख्वाहिश पूरी की है, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया है कि लड़कियां किसी पर भी बोझ नहीं. जितना अधिकार समाज मे बेटों को मिला है उतने ही बराबरी के हक बेटियों को मिलने चाहिए. सतना के कृष्ण नगर इलाके में रहने वाले नरेश बलेजा की इकलौती बेटी दीपा की शादी का यह नजारा जिसने भी देखा वह हैरान रह गया.
अक्सर दूल्हे को घोड़ी पर चढ़कर दुल्हन के घर जाते होगा, लेकिन किसी दुल्हन को घोड़ी पर चढ़कर दूल्हे के घर बारात में जाते शायद ही देखा हो. दीपा की शादी कोटा में रहने वाले एक परिवार में तय हुई, बेटी की ख्वाहिश थी कि वह बेटों की तरह घोड़ी पर बैठ कर अपने दूल्हे के घर जाए, इस ख्वाहिश को परिवार ने पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसलिए लड़की के परिवार ने बड़े धूमधाम के साथ बेटी की बारात निकाली.
एक रिपोर्ट के मुताबिक वालेचा परिवार में कई सालों बाद एक बेटी हुई है. वे अपनी बेटी को बेटे से भी ज्यादा प्यार करती है. अक्सर समाज में बेटों को ज्यादा तरजीह दी जाती है. इसलिए वालेचा परिवार समाज को यह संदेश देना चाहता था कि बेटियों का हर तरह से सम्मान करें क्योंकि बेटी है तो कल है. दीपा की शादी हमारे समाज के लिए यह सीख भी है कि बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं होता जितना अधिकार बेटे को है उतना ही अधिकार बेटी को समाज में देना चाहिए.
Source : TV9