बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री आर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में ‘जल-जीवन-हरियाली’ को लेकल रविवार को बनाई गई 16,443 किमी लंबी मानव श्रृखंला पर सवाल खड़े किए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि स्कूली बच्चों को बिना चप्पलों के लंबी कतारों में खड़े होने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके कारण कई बीमार पड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि दरभंगा के कोठी में एक स्कूल टीचर की मौत भी हो गई है। यह केवल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अहंकार के कारण है।
वहीं मानव श्रृखंला की फोटोग्राफी और वीडियो के लिए हेलीकॉप्टर के उपयोग पर भी तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला। तेजस्वी यादव ने कहा कि जब बाढ़ आई थी तब कोई हेलीकॉप्टर नहीं था लेकिन आज मानव श्रृखंला का वीडियो बनाने के लिए 15-16 हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया गया था। इस पर बहुत पैसा बर्बाद हुआ है।
Tejashwi Yadav, RJD: School children were forced to stand in long queues without slippers due to which many have fallen ill. A school teacher in Darbhanga's Keoti has also died. This is only because of the arrogance of Bihar Chief Minister Nitish Kumar. https://t.co/HZg4V349xW pic.twitter.com/N6xuyvvlzU
— ANI (@ANI) January 19, 2020
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में कहा कि पूरे बिहार में लोग उत्साह के साथ एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर कतार में खड़े रहे। लोगों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागृति आई है। मुझे पूरा भरोसा है कि आज की मानव श्रृंखला ने अपने लक्ष्य को पूरा किया है। इसकी पूरी रिपोर्ट जिलों से शाम चार बजे तक आ जायेगी।
यह तीसरा मौका था जब मानव श्रृखंला बनाई गई। इसके पूर्व 21 जनवरी 2017 और 2018 को भी गांधी मैदान में मानव श्रृंखला बनायी गयी थी। 2017 में नशामुक्ति और 2018 में बाल विवाह और दहेजप्रथा उन्मूलन को लेकर मानव श्रृंखला बनी थी। जिला प्रशासन के मुताबिक बेगूसराय में 324 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई। इसमें साढ़े छह लाख लोगों ने हिस्सा लिया।
Input : Hindustan