वाहन जांच में बाइक काे पकड़कर उसके मालिक से मिठनपुरा थाने में घूस लेते वायरल वीडियाे की जांच के बाद दारोगा शशिकांत तिवारी और कुमार प्रमोद सिंह को निलंबित कर दिया गया है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी जयंतकांत ने यह कार्रवाई की है। निलंबन अवधि के दाैरान दाेनाें का मुख्यालय पुलिस लाइन में रहेगा।
पहले भी इनके खिलाफ वरीय अधिकारियों काे मिली थी शिकायत
रुपए वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने नगर डीएसपी व सिटी एसपी ने थानेदार भागीरथ प्रसाद काे मामले की जांच का निर्देश दिया था। जांच में पता चला कि 8 दिन पहले मस्जिद चौक पर वाहन जांच में दारोगा कुमार प्रमोद सिंह ने एक बाइक सवार को पकड़ा था। कागजात की कमी बताकर बाइक जब्त कर थाने में लाया गया।
बाइक के मालिक से उसे छोड़ने के लिए 20 हजार रुपए की मांग की गई। माेल-जाेल के बाद थाने पर दारोगा शशिकांत तिवारी ने 12 हजार 500 रुपए में डील तय की। इस मामले में डील करते व रुपए लेकर जेब में डालते हुए वीडियाे वायरल हुआ। इसमें दाेनाें दाराेगा की संलिप्तता सामने आई थी, क्योंकि बाइक जब्ती के बाद इसकी रिपोर्ट थाने में इंट्री नहीं कराई गई। इससे बाइक काे छाेड़ने के लिए सौदेबाजी हुई। एक बार इंट्री हाेने पर बगैर जुर्माना दिए बाइक नहीं छूटती। ऐसे में फाइन की रसीद के मुताबिक, बाइक सवार काे रुपए भुगतान करना पड़ता।
साक्ष्य मिलने पर किया गया सस्पेंड
दारोगा कुमार प्रमोद और शशिकांत के खिलाफ पहले भी वाहन जांच के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत वरीय अधिकारियों को मिलती रही है, लेकिन ठोस साक्ष्य नहीं होने के कारण कार्रवाई नहीं हाे रही थी। मिठनपुरा चाैक के स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि अक्सर बाइक काे पकड़ने के बाद साइड में ले जाकर माेल-जाेल किया जाता था। बुधवार को वायरल वीडियो में पैसा लेते हुए फुटेज सामने आया। यही दाेनाें पर कार्रवाई का आधार बना।
Input: Dainik bhaskar