18 जुलाई का दिन विपक्षी दलों के अलावा केंद्र की बीजेपी सरकार के लिए भी अहम था। 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक तरफ विपक्ष जहां मोदी सरकार को हराने के लिए रणनीति बना रही थी तो दूसरी तरफ बीजेपी भी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर बैठक कर रही थी। एनडीए की बैठक में बिहार के भी कई पार्टियों ने भाग लिया था। हालांकि इसमें वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को न्योता नहीं मिला था। जिसके बाद से मुकेश सहनी बीजेपी सरकार से उखड़े उखड़े नजर आ रहे है।
VIP प्रमुख मुकेश सहनी को 18 जुलाई को हुई NDA की बैठक में नहीं बुलाया गया जिसके बाद वो अलग-थलग पड़ गए हैं। जिसके बाद मुकेश सहनी ने बीते दिन इशारों ही इशारों में बीजेपी पर तंज़ कसा। उन्होंने कहा कि वो तो मेरे पैर धोने के लिए तैयार हैं लेकिन जब तक आरक्षण नहीं तब तक गठबंधन नहीं होगा और गठबंधन नहीं होगा तो वोट भी नहीं है।