कोरोना की दूसरी लहर दिन-प्रतिदिन भयावह होती जा रही है। संक्रमण का चेन ताेड़ने के लिए तीन ही विकल्प हैं। पहला मास्क लगाना, दूसरा कम से कम दाे गज की दूरी बनाए रखना और तीसरा वैक्सीन लेना। अधिकतर लाेग अब मास्क लगाने लगे हैं। वैक्सीन भी ले ही रहे हैं। लेकिन, काेराेना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इसका चेन ताेड़ने के लिए सबसे जरूरी उपाय दाे गज की दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं।

अव्वल यह कि जब काेराेना की जांच के लिए खुद सैंपल देने पहुंचते हैं, उस वक्त भी एक-दूसरे से गुत्थम-गुत्थी सा नजारा हाेता है। ऐसा ही नजारा साेमवार काे सदर अस्पताल स्थित काेराेना जांच केंद्र पर दिखा। लाेग काेराेना गाइडलाइन की धज्जियां यहां राेज इसी तरह उड़ाते हैं।

तीन दिन बंदी के बाद खुले बाजार ताे उमड़़ी भीड़, टूटी सोशल डिस्टेंसिंग

जिले में कोरोना मरीजाें की संख्या एक दिन में 670 तक पहुंच चुकी। 7 दिनाें में 3744 पॉजिटिव मिल चुके। सोमवार को भी 535 संक्रमित मिले। जबकि, 7 दिनाें में 97 दम तोड़ चुके हैं। ऐसे में भी लोग चेत नहीं रहे। 3 दिनों की बंदी के बाद सोमवार को बाजार खुलते ही लोग बेपरवाह होकर घूमते दिखे। मोतीझील, सरैयागंज, अखाड़ाघाट, कलेक्ट्रेट रोड, जूरन छपरा, बह्मपुरा, गोला, कल्याणी, जवाहरलाल रोड समेत सभी प्रमुख बाजाराें में ट्रैफिक का दबाव काफी बढ़ गया और सोशल डिस्टेंसिंग भी टूट गई। शुक्रवार से रविवार तक कपड़े, जूता-चप्पल, बर्तन, इलेक्ट्राॅनिक व इलेक्ट्रिक आइटम की दुकानें नहीं खुलने से हर तरफ सन्नाटा पसरा रहा। लेकिन, सोमवार काे अचानक उमड़ी भीड़ ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी।

Input: Dainik Bhaskar

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