कौन कहता है कि आसमान में सुराख़ नहीं हो सकता, ज़रा तबियत से एक पत्थर तो उछालो ! जी हाँ आत्मविश्वास से भरी यह पंक्ति मुजफ्फरपुर में खबरा के रहने वाले अविनाश पर सटीक बैठती है. दरअसल अविनाश के प्रतिभा ने मुजफ्फरपुर के शान में चार- चांद लगा दिया है. आपको बातें दे कि हम अविनाश के तारीफ़ में इतने कशीदे इसलिये गढ़ रहे है, क्योंकि अविनाश का चयन स्विट्जरलैंड विश्वविद्यालय द्वारा निबंध प्रतियोगिता में सम्मलित होने वाले टॉप 100 प्रतिभागियों में हुआ है. अविनाश के इस उपलब्धि के लिये स्विट्जरलैंड के संत गैलन विश्वविद्यालय ने अविनाश को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया है.
स्विट्जरलैंड विश्वविद्यालय द्वारा हर वर्ष 100 प्रतिभागियों का चयन कांफ्रेंस के लिये होता है, इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण अविनाश विश्वविद्यालय नहीं जा पायेंगे लेकिन विवि प्रशासन ससम्मान उन्हें उनका सर्टिफिकेट भेज दिया है.