कोरोना वायरस से भयभीत होने की जरूरत नहीं है, बल्कि ऐसी स्थिति में एहतियात बरतें एवं सजग रहें। उक्त बातें जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बुधवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में कोरोना वायरस को लेकर आयोजित बैठक में कही। जिसमें स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है। प्रशासन पूरी तरह से सचेत है एवं तैयारी पूरी है। इस चुनौती से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही सभी विभाग, स्वयंसेवी संस्थाएं, सामाजिक संगठन एवं अन्य संस्थाएं को आपसी तालमेल एवं समन्वय के साथ कार्य करने को कहा गया है। लोगों को जागरूक करें ताकि इस चुनौती का सामना किया जा सके।
अलर्ट मोड में रहे स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में अब तक की गई तैयारियों की जानकारी लेने के बाद डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में कार्य करें। किसी भी तरह की कोताही ना बरतें।
अन्य प्रदेशों से आए 59 की पहचान
बैठक में सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि बाहर से या अन्य प्रदेशों से आए हुए 59 लोगों की सूची प्राप्त हुई है। जिसमें 32 का स्क्रीनिंग किया गया है। साथ ही 11 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है और सभी रिपोर्ट निगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में एवं एसकेएमसीएच में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। संदिग्ध मरीजों की लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है।
सामान्य व्यक्ति के लिए मास्क जरूरी नहीं
डीएम ने कहा कि सामान्य स्वस्थ व्यक्ति को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। संक्रमित व्यक्ति एवं उनके देखरेख करने वाले लोगों के लिए मास्क जरूरी है। उन्होंने कहा कि सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में कठिनाई आदि का लक्षण यदि दिखाई दे तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें। बुजुर्ग व्यक्ति को विशेष तौर पर सजग और सचेत रहने की आवश्यकता है।
सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए निगम को निर्देश
जिलाधिकारी द्वारा नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को हिदायत दी गई है कि कल से ही हर हाल में सफाई अभियान को गति देना शुरू कर दें। नगर निगम को निर्देश दिया कि 20 सदस्यीय टीम गठित कर रोस्टर वाइज कार्य कराना सुनिश्चित करें। नालों की सफाई, सरकारी कार्यालयों, कैंपस एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों व घर की सफाई अभियान चलाएं।
डोर टू डोर लोगों को करें जागरूक
आइसीडीएस डीपीओ को निर्देश दिया गया कि आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के माध्यम से डोर टू डोर लोगों को जागरूक करना सुनिश्चित किया जाए। जनसंपर्क विभाग को शीघ्र जागरूकता संबंधी बैनर और फ्लेक्स का संस्थापन जिला और प्रखंड मुख्यालयों में तथा सार्वजनिक स्थलों पर कराना सुनिश्चित करने को कहा गया है।
आइएमए के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि लोगों को जागरूक करने हेतु प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स चिकित्सक को भी इस अभियान में शामिल कराया जाएगा। एसकेएमसीएच में कोरोना से संबंधित संदिग्धों के लिए अलग से ओपीडी कार्य करें। इस पर भी विचार विमर्श किया गया है। बैठक में नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा, डीडीसी उज्जवल कुमार सिंह, अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा, सिविल सर्जन सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी समेत अन्य शामिल थे।