जिले के पताही हवाई अड्डा परिसर में 500 बेड का कोविड केयर हॉस्पिटल बन सकता है। टेंट में कोरोना मरीजों के इलाज की अस्थायी व्यवस्था होगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और राज्य सरकार ने इसके लिए संयुक्त रूप से केंद्र सरकार को अस्पताल स्थापित करने को अनुमोदित किया है। शनिवार को डीआरडीओ की सर्वे टीम चक्कर मैदान, सीआरपीएफ कैंप, पताही हवाई अड्डा आदि का सर्वे की थी। रविवार को पटना, दानापुर और बिहटा में सर्वे करने के बाद उक्त निर्णय लिया गया है।
सर्वे टीम के एक अधिकारी ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पताही हवाई अड्डा को बिहार में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए टेंटेड अस्पताल बनाने के लिए चुना गया है। जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें सैन्य डॉक्टर और नर्स मरीजों का इलाज करेंगे। इस अस्पताल में सभी लोगों के कोरोना बीमारी का इलाज हो सकेगा।
सुरक्षा व सुविधा के लिहाज से बेहतर :
अधिकारी ने बताया कि पताही एयरपोर्ट कई मायनों में अन्य जगहों से बेहतर है। चक्कर मैदान व शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्यायल में भारी जलजमाव है। यातायात व आइसोलेशन की परेशानी होगी। झपहां स्थित सीआरपीएफ कैंप में पर्याप्त जमीन नहीं है। सुरक्षा व सुविधा के लिहाज से पताही एयरपोर्ट बेहतर है। पूरी जमीन पर चहारदीवारी पहले से है। साथ ही हाई लैंड है। जलजमाव की समस्या नहीं होगी। एनएच साइड से है। इस लिहाज से यातायात की सुविधा सुगम होगी।
Input : Live Hindustan