इन दिनाें जीविका ऑनलाइन शाॅप से आपकाे शुद्ध जांता का सत्तू, काॅटन कपड़ों पर मधुबनी पेंटिंग युक्त मास्क, जीविका हनी सहित अन्य सामग्री आसानी से आपके घर तक पहुंच रही है। अगले कुछ दिनाें में सीकी का बना हुआ डलिया व सूप भी आपके घर तक ऑनलाइन पहुंच जाएगी। बस आपकाे shop.brips.in पर लाॅगइन करना है।

इस तरह भागलपुर और मुजफ्फरपुर में उत्पादित हैंडलूम व लहठी काे ग्लोबल मार्केट देने के लिए जीविका समूह अब ऑनलाइन ट्रेडिंग में उतर आया है। दरअसल, स्फूर्ति योजना के तहत जीविका ने दस लाख स्वयं सहायता समूह की मदद से एक कराेड़ ग्रामीण परिवारों काे परंपरागत हस्तकला उत्पादों के रोजगार से जाेड़ कर लाभान्वित करने का निर्णय लिया है।

उनकी ओर से उत्पादित सामग्री काे उचित बाजार मूल्य दिलाना जीविका का मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए मुजफ्फरपुर व भागलपुर में कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) खाेल कर लहठी व हैंडलूम क्लस्टर खाेलने का निर्णय लिया है।

उपलब्ध हैं ये सामान

shop.brips.in पर लाॅगइन करते ही आपकाे जीविका शाॅप पर उपलब्ध सामग्री की कीमत भी दर्ज है। 96 रुपए में 500 ग्राम शुद्ध जांता का पिसा सत्तू, जीविका हनी का 250 ग्राम 100 रुपए में, मधुबनी पेंटिंग किया मास्क 135-200 रुपए तक, बच्चों के मास्क 40-50 रुपए में उपलब्ध है।

हैंडलूम व लहठी क्लस्टर के लिए 7 कराेड़ का प्रोजेक्ट

स्फूर्ति योजना के तहत उद्योग एवं मार्केटिंग के लिए जीविका समूह डीपीआर बना रहा है। स्टेट कंसल्टेंट नूपुर कमल ने बताया, दाेनाें क्लस्टर के लिए जीविका की अाेर से करीब 3.5-3.5 कराेड़ रुपए का प्रोजेक्ट प्रस्तावित हाेगा। खादी एवं विलेज इंडस्ट्री कमीशन के माध्यम से राज्य सरकार 90 फीसदी राशि उपलब्ध कराएगी। वहीं, 10 फीसदी राशि जीविका की अाेर से दी जाएगी। दाेनाें क्लस्टर के लिए चार-चार हजार वर्गफीट जमीन पर सीएफसी खाेला जाएगा।

Input: Dainik Bhaskar

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