मुजफ्फरपुर के युवकों की संस्था ” आवाज़” बेजुबानों की सदस्यों के पहल पर पूरे मानवता को एक बेहद ज़रूरी और कठोर संदेश मिला है.
यह मामला मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना के इलाक़े का है, जहाँ एक घर में सफ़ेद रंग का डॉग बेहद ही बुरे हालात में था. डॉग की आँखे फूट चुकी थी औऱ उसके पूरे बदन पर कीड़ा लग रहा था, इस बात की जानकारी संस्था के सदस्य विशाल मोहन को मिली उसके बाद ” आवाज बेजुबानों की ” टीम ने जब मामला में हस्तक्षेप किया तो डॉग के मालिक तू- तू मैं-मैं करने लगे और संस्था के लोगों को फटकार लगाई.
संस्था के युवा डॉग मालिक के इस रवैया से बेहद दुखी हुये उसके बाद उन्होंने नगर के मिठनपुरा थाना में मामला दर्ज कराने का प्रयास किया लेक़िन इन युवाओं को थाना से उचित सहयोग नहीं मिला बाद में युवाओं ने भारत सरकार की पूर्व मंत्री और जानवरों के मामलों पर सक्रिय मेनका गांधी से स्मपर्क किया और तब क्या था मेनका गांधी ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया और एस. एस. पी मुजफ्फरपुर से मामला दर्ज करने की मांग की, मेनका गांधी के अनुसंशा पर मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना द्वारा एफ. आई. आर दर्ज कर लिया गया और अब पुलिस जांच में जुट गई है.
मुजफ्फरपुर के इन युवाओं ने पशु प्रेम का जो उदाहरण दिया है इससे कुत्ते पालने वाले लोगो की जिम्मेदारी और जवाबदेही भी निर्धारित होगी, अगर आप अपने पालतू जानवर का इलाज़ नही करा सकते, सही देख- भाल नही कर सकते तो आपको उसे पालने का भी कोई अधिकार नहीं है.