बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में गठबंधन की तस्वीरें जैसे-जैसे साफ हो रहीं, वैसे-वैसे अब प्रत्याशियों के परीक्षा की घड़ी आ रही है। मुजफ्फरपुर की सबसे वीआइपी सीट यानी नगर विधानसभा की सीट अपवाद नहीं। यदि सबकुछ आशानुरूप ही हुआ तो यहां के वर्तमान विधायक और राज्य सरकार में नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा एनडीए के प्रत्याशी हो सकते हैं। यह सीट अभी भाजपा के पास है। इस बार चुनावी चक्रव्यूह में वे बुरी तरह घिरे दिख रहे।
#AD
#AD
प्रत्याशी के नाम का ऐलान होना शेष
यूं तो वार्ड सदस्य का चुनाव हो या राष्ट्रपति का, कुछ भी सरल नहीं होता। लेकिन, पिछले दो बार की तुलना में इस बार मंत्री जी के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। अभी औपचारिक रूप से एनडीए की ओर से उनके नाम और महागठबंधन की ओर से किसी प्रत्याशी के नाम का ऐलान होना शेष है। लेकिन, जो स्थितियां बन रही हैं उसके अनुसार, उन्हें महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के विजेंद्र चौधरी या जितेंद्र मंडल से टकराना होगा। लेकिन, यह सीधी लड़ाई नहीं होने जा रही। चूंकि हर दल या गठबंधन के बागी भी अपनी किस्मत आजमाने से परहेज नहीं करेंगे। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस यदि विजेंद्र चौधरी को टिकट नहीं देकर जितेंद्र मंडल को अपना उम्मीदवार घोषित करती है तो भी विजेंद्र चौधरी मैदान में उतरेंगे। भले ही निर्दल क्यों न हो। उसी तरह से देखा जाए तो उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला ने नगर विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। जाहिर बात है कि वे जो कुछ भी वाेट हासिल करेंगे, प्रेक्षक ऐसा मान रहे कि वह सुरेश कुमार शर्मा के खाते में जाता। इस तरह देखा जाए तो यह मुकाबला त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय हो सकता है। इसके अतिरिक्त इस बार शहर में जलजमाव और इसकी वजह से हो रही परेशानी का सवाल भी उनको परेशान करेगा।
Input: Dainik Jagran