नए साल में नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक 4 जनवरी को होगी। अब बोर्ड की बैठक में कोई भी पार्षद सीधे नगर आयुक्त से सवाल नहीं करेंगे। मेयर या स्टैंडिंग मेंबर के माध्यम से ही सवाल और जवाब भी हाेंगे। निगम बोर्ड की पूरी कार्यवाही विधानसभा की तरह चलेगी। नगर निगम एक्ट का हवाला देकर नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने मेयर, डिप्टी मेयर और सभी पार्षदों को पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी है।
नए साल के ठीक एक दिन पहले नगर आयुक्त के इस पत्र से सत्ता पक्ष में खलबली है। नगर आयुक्त के पत्र के अनुसार निगम की आम बैठक में पार्षदों द्वारा बिहार नगरपालिका अधिनियम की धारा 57 एवं 58 के तहत सभी प्रश्न सशक्त स्थायी समिति को संबोधित किए जाएंगे। उनका उत्तर या तो मेयर या सशक्त स्थायी समिति के किसी सदस्य के माध्यम से दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों नगर निगम बोर्ड की बैठक नगर आयुक्त के नहीं रहने की वजह से स्थगित कर दी गई थी। वार्ड पार्षद जो भी सवाल कर रहे थे मेयर उसके जवाब में बताते- जब नगर आयुक्त नहीं है, तो इसका जवाब कौन देगा? ज्यादातर पार्षदों के सवाल का जवाब देने वाला कोई सक्षम अधिकारी मौजूद नहीं था।
नगर आयुक्त बोले- स्टैंडिंग के पास पावर, जवाब भी उन्हीं के जरिए
नगर आयुक्त का कहना है कि प्रशासन से पार्षद को सवाल करने की मनाही नहीं है। कार्यपालिका की शक्ति स्टैंडिंग कमेटी में निहित है। निगम का राजस्व कैसे बढ़े, यह भी उन्हीं को तय करना है। ऐसे में रोड व नाला बनने का जवाब निगम प्रशासन कैसे देगा? ढाई करोड़ रुपए प्रतिमाह केवल बिजली बिल आ रहा है।
विस्तार के बाद पांच करोड़ का बिल हाेगा। जल शुल्क के 75 रुपए प्रति परिवार लेने में आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उधर, राजस्व शाखा के प्रधान सहायक आलोक कुमार वर्मा 31 जनवरी को सेवानिवृत हो रहे हैं। नगर आयुक्त ने निगम बोर्ड की बैठक में उनके सेवा विस्तार का प्रस्ताव दिया है, ताकि राजस्व वसूली आदि में कठिनाई नहीं हाे। प्रधान सहायक का स्वीकृत पद भी खाली है।
अब बैठक के 48 घंटे पहले पार्षदों को देने होंगे सवाल
अब 4 जनवरी को निगम बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। नगर आयुक्त पत्र के मुताबिक अब पार्षदों को 48 घंटे पहले मेयर अथवा स्टैंडिंग से सवाल करना होगा। संबंधित अधिकारी जवाब तैयार कर बोर्ड की बैठक में मेयर अथवा स्टैंडिंग के मेंबर काे दे देंगे। वे ही जवाब देंगे। सशक्त स्थाई समिति सदस्य राकेश सिन्हा पप्पू का कहना है इस तरह काम नहीं चलेगा। पार्षद अपनी समस्या किसके सामने रखेंगे।
Source : Dainik Bhaskar