मुजफ्फरपुर : नगर निगम में अनुशंसा का खेल चल रहा है। इस खेल में फंसकर अति आवश्यक कार्य भी नहीं हो रहे हैं। इस वजह से शहरवासी पीड़ा झेल रहे हैं। दो साल पहले नाला पर स्लैब नहीं रहने के कारण पशु की मार से एक महिला नाला में गिर गई जिससे उसकी मौत हो गई। लोग आक्रोशित हुए तो नाला पर स्लैब लगाने का काम तुरंत करने को कहा गया लेकिन दो साल तक कुछ नहीं हुआ। बोर्ड ने भी वहां काम कराने की स्वीकृति दी थी। इस माह काम शुरू हुआ तो महापौर की अनुशंसा नहीं रहने के कारण रोक दिया। इससे पार्षद नाराज हो गए। गुरुवार को दो दर्जन पार्षदों ने महापौर सुरेश कुमार की अनुशंसा के अधिकार को कठघरे में खड़ा करते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

पार्षदों ने उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला के कार्यालय कक्ष में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि महापौर अनुशंसा के नाम पर भेदभाव कर रहे हैं। अधिनियम में महापौर को इसका अधिकार नहीं दिया गया है बावजूद इसके वह काम नहीं होने दे रहे हैं। विपक्षी पार्षदों के अति आवश्यक कार्यो की अनुशंसा नहीं करते हैं। वार्ड पार्षद राजीव कुमार पंकू, अभिमन्यु चौहान, संतोष महाराज, गीता देवी, राकेश कुमार एवं अजय ओझा ने कहा कि क्या पार्षदों को अनुशंसा का अधिकार नहीं है। यदि पार्षद किसी कार्य की अनुशंसा करते हैं तो अधिकारी उसको कराने की जगह महापौर से अनुशंसा कराने की बात करते हैं। बोर्ड की बैठक में स्वीकृत कार्य को भी महापौर की अनुशंसा के नाम पर रोक दिया जाता है। महापौर को जनता की पीड़ा से कोई लेना देना नहीं। महापौर को इस्तीफा दे देना चाहिए। यदि अनुशंसा का खेल बंद नहीं हुआ तो वे निगम कार्यालय में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे। वार्ड की जनता की उनके साथ होगी।

बाद में पार्षदों ने नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय से मिलकर अपनी नाराजगी जताई। अनुशंसा के लिए महापौर को फाइल भेजे जाने पर अपना विरोध जताया। प्रेस वार्ता में वार्ड पार्षद एनमुल हक, शिवशंकर महतो, मंजू देवी, सुषमा देवी, रंजू सिन्हा, सुरभि शिखा, विकास सहनी, रूपम कुमारी, मो. हसन, सीमा कुमारी आदि मौजूद रहे। इधर, वार्ड पार्षद संजय केजरीवाल ने कहा कि अभिमन्यु चौहान के वार्ड में महिला की मौत से महापौर की नींद नहीं खुली। क्या वे 48 मौत के बाद जगेंगे। बाद में 17 पार्षदों ने महापौर एवं नगर आयुक्त को पत्र लिखकर अनुशंसा के सवाल पर चर्चा के लिए निगम बोर्ड की विशेष बैठक बुलाने की मांग की।

Source : Dainik Jagran

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.