एमडीडीएम कॉलेज के पास एक निजी गर्ल्स छात्रावास में बुधवार शाम करीब सात बजे मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। उसका शव कमरे में पंखे से गमछे के फंदे से लटका मिला। छात्रा के पांव में करंट लगने जैसा जख्म का निशान भी मिला है। प्रिंटिंग प्रेस संचालक पिता ने छात्रावास संचालक पर छात्रा की हत्या का आरोप लगाया है। कहा कि हत्या के बाद बाद शव को फंदे से लटकाकर आत्महत्या का रूप दिया गया है।
छात्रा का शव सदर अस्पताल लाने के बाद परिजन और रिश्तेदार पहुंच गए। हंगामे की आशंका पर नगर व मिठनपुरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। बताया गया कि घटना के वक्त अधीक्षक गर्ल्स छात्रावास में नहीं थी। वह पास में ही एक लाइब्रेरी में गई हुई थी। केवल एक गार्ड छात्रावास में था। परिजनों का आरोप है कि कमरे का गेट बंद रहने के बाद भी प्लाइवुड को खिसका कर कमरे में जाया जा सकता है।
छात्रा का अहियापुर के बाड़ा जगन्नाथ इलाके में मकान है। इसी साल 12 वीं की थी। बीते 18 मई से वह निजी छात्रावास में रह रही थी। पिता ने बताया कि वह बेटी से शाम चार बजे मिलकर आए थे। सात बजे जब बेटी को कॉल किया तो फोन नहीं उठाया। आठ बजे बेटी के रूम पर भी गए। कमरा अंदर से बंद था। गेट खटखटाने पर कोई उत्तर नहीं मिला। उन्होंने धक्का देकर कमरे का गेट खोला। अंदर छात्रा पंखे में फंदा से लटक रही थी।
किसी तरह उन्होंने छात्रा को फंदे से उतारा और गौशाला रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। चिकित्सक ने उसे मृत बता दिया। फिर सदर अस्पताल लाए, यहां भी जांच के बाद छात्रा को मृत बता दिया गया। नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि परिजन के बयान के आधार पर आगे की छानबीन की जाएगी। छात्रावास प्रबंधन की ओर से मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है।
Source : Hindustan