मुजफ्फरपुर ज़िले में मानवता को शर्मशार करने वाली घटना प्रकाश में आई है.बच्चजे के चाचा ने पैसे के लालच में उसका अपहरण कर लिया.वही फिरौती के तौर पर 4 लाख रुपया का भी डिमांड कर दिया.पुलिस की तत्परता के कारण अपहृत बच्चे को महज 48 घंटे में सकुशल बरामद कर लिया.साथ ही एक महिला समेत दो अपराधकर्मी को हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया.
बता दे कि बीते शनिवार को ज़िले के मोतीपुर थान क्षेत्र के मोरसंडी गांव के शत्रुघ्न राम के 6 वर्षीय पुत्र कृष्णमोहन राम अचानक घर से लापता हो गया.परिजनों के द्वारा बहुत खोजबीन करने के बावजूद उक्त बालक का कोई पता नही चला.वही शत्रुघ्न राम के मोबाइल पर दो अलग अलग नंबर से फिरौती के रूप में 4 लाख रुपया देने अथवा बेटे को जान से मार देने की धमकी दी गई.उसके बाद अपहृत बालक के पिता मोतीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया.जिसके बाद एसएसपी ने त्वरित कार्यवाई करते हुए टीम गठित किया.टीम द्वारा त्वरित और गोपनीय तरीके से काम करते हुए तकनीकी व मानवीय सूचना के आधार पर मुजफ्फरपुर, शिवहर और पूर्वी चंपारण ज़िले में विभिन्न स्थानों पर लगातार छापेमारी की गई.वही आज (सोमवार) अहले सुबह शिवहर ज़िले के शामपुर भटहा के रामवन अहुआरा से अपहृत बच्चे को सही सलामत बरामद कर लिया गया.साथ ही दो अपहरण कर्ता राहुल कुमार और रंजीत राम को देशी कट्टा के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया.पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने बताया कि बच्चे को राजेपुर थाना क्षेत्र के सुशील सहनी तथा गोशाईपुर के बच्चन पंडित के मिली भगत से बच्चे को श्यामपुर भटहा में मिलन देवी नाम की महिला के घर छुपा कर रखने की बात स्वीकार की है.
एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि राहुल कुमार और रंजीत राम अपहृत बच्चे के रिश्ता में गोतिया चाचा लगते है.चुकी अपहृत बच्चे के पिता हाल ही में एक नया ट्रैक्टर खरीदा था.जिसके कारण अपहरणकर्ता को उसके पास बहुत ज्यादा रुपया होने का अनुमान लगा था.जिस कारण अपराधियो ने बच्चे का अपहरण कर फिरौती के रूप में 4 लाख रुपया लेने की साजिश रची थी.पूछताछ में अपहरणकर्ताओं ने स्वीकार किया है कि फिरौती की रकम वसूल करने के बाद उनकी योजना बच्चे की हत्या कर देने की थी.लेकिन पुलिस की तीव्र कार्यवाई से इस घटना को घटित होने से बचा लिया गया.