किसानों के हित के लिए सरकार हरसम्भव प्रयास कर रही है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इसका फायदा उठाते हैं। ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड से सामने आया है। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी कार्यालय में तैनात डाटा एंट्री ऑपरेटर लाभुकों से फसल सहायता अनुदान के आवेदन को ऑनलाइन स्वीकृति देने के लिए रिश्वत लेता है।
प्रति लाभुक से वह 300 रुपए रिश्वत लेता है। एक लाभुक से जब वह रिश्वत ले रहा था, तभी किसी ने उसकी इस करतूत का वीडियो बना लिया। शुक्रवार को वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगा। इसमें स्पष्ट दिखाई देता है कि डाटा एंट्री ऑपरेटर एक घर में बैठा हुआ है। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद एक लाभुक उसे 500 रुपए का नोट निकालकर देता है। इसमें से वह दो सौ रुपए लौटा देता है।
BDO ने कहा- दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई
बताया जाता है कि जो लाभुक पैसा नहीं देते हैं, उसका आवेदन रिजेक्ट कर दिया जाता है। लाभुकों द्वारा कारण पूछने पर कई प्रकार की समस्याएं गिना देता है और भोली जनता उसकी बात को मान लेती है। मोतीपुर BDO प्रशांत कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। देखते हैं क्या मामला है। सत्यापन किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।
Input: dainik bhaskar