मुजफ्फरपुर शेल्टर होम से मुक्त करवाई गई लड़की को अग’वा कर पश्चिमी चंपारण के बेतिया में चार लोगों द्वारा गैं’गरे’प करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मामले के उजागर होने के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने भी ट्वीट कर अपना गु’स्सा जताया है.
स्वरा भास्कर ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए ट्वीट में लिखा, ‘मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की पीड़ित लड़की से साथ गैंगरेप भारत में महिला सुरक्षा की नाकामी और कानून-व्यवस्था की शर्मनाक छवि को दर्शाती है. नेशनल मीडिया इस मामले पर ध्यान नहीं देगा. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की पीड़िता के साथ दोबारा दुष्कर्म हो गया है’.
This thread is a chilling and shameful reflection of how broken the law and order system is and how utterly the Indian State has failed in protecting women. National media MUST NOT look away from this case! Allegedly, one is the Muzzafarpur gangrape survivors has been raped again https://t.co/3iCOeHtLiI
— Swara Bhasker (@ReallySwara) September 15, 2019
मामले के उजागर होने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. इस मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है. आयोग ने बिहार के डीजीपी को नोटिस जारी कर इस मामले को प्राथमिकता पर रखने को कहा है साथ ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की जल्द जांच करने को कहा है. वहीं, आयोग की जांच कमेटी 19 और 20 सितंबर को मुजफ्फरपुर आएगी.
क्या है मुजफ्फरपुर शेल्टर होम से छुड़ाई गई लड़की से गैंगरेप मामला, बेतिया नगर थाने में दर्ज शिकायत में लड़की ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब वो अपने एक रिश्तेदार के घर जा रही थी, उसी वक्त चार लोग उसे जबरन अपनी गाड़ी के अंदर ले गए. पीड़िता ने बताया कि उसके साथ चलती गाड़ी में रेप किया गया. सभी आरोपी अपने चेहरे ढके हुए थे. हालांकि, गाड़ी में दो लोगों के चेहरे से नकाब उतर गया, जिससे उसने दोनों को पहचान लिया, जो भाई थे. पीड़िता के मुताबिक, सभी युवक एक ही परिवार के हैं.
क्या है मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस, बता दें कि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) की रिपोर्ट के बाद पिछले साल मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 30 से ज्यादा लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया था. मामले में 31 मई 2018 को मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
26 जुलाई 2018 को राज्य सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी. वहीं, मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नीतीश सरकार को फटकार लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को बिहार की सीबीआई अदालत से दिल्ली के साकेत कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया था।
Input : News18