जिले में लगातार बाढ़ का दायरा बढ़ रहा है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोग बेघर हो गए हैं. बाढ़ में अपना सब कुछ गंवा चुके पीड़ित अब किसी तरह अपना जीवन गुजार रहे हैं. प्रशासनिक मदद नहीं मिलने से बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा सरकारी मशीनरी के खिलाफ बढ़ने लगा है.
ताजा मामाला मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित शेखपुर ढाब का है जहां बूढ़ी गंडक के कारण एक बड़ी आबादी इस वक्त बाढ़ का दंश झेल रही है. ऐसे में सरकारी सहायता से मरहूम यहां के लोगों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा है. बाढ़ राहत की मांग को लेकर ढाब के लोगों ने अखाड़ाघाट पुल को पूरी तरह जाम कर दिया है, जिससे शहर का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है.
बाढ़ पीड़ितों की मानें तो शेखपुर ढाब की एक बड़ी आबादी पिछले एक सप्ताह से बाढ़ की पानी में डूबी हुई है, जिसकी सूचना कई बार स्थानीय बीडीओ और सीओ को दी गई. लेकिन उसके बाद भी अभी तक यहां के पीड़ितों को अभी तक किसी तरह की मदद मुहैया नहीं कराई गई है. लोगों ने कहा कि ऐसे में हमलोगों के पास अब सड़क पर उतरने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं था.
सड़क पर उतरे बाढ़ पीड़ित जिला प्रशासन और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे थे. लोगों ने कहा कि उनके पास रहने को घर नहीं है, खाने को अन्न नहीं है. ऐसे में हम अपने बच्चों को कहां रखेंगे, क्या खिलाएंगे. सरकार और प्रशासन जल्द हम तक राहत सामग्री पहुंचाए. नहीं तो हमलोग भूख से मर जाएंगे.
Input : Live Cities (Abhishek)