मुजफ्फरपुर : होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र ने ग्रांड माधव पैलेस होटल में 2 दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत की। यह कार्यशाला रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉपरेशन फाउंडेशन के सहयोग से की गई। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर, REC फाउंडेशन और बिहार सरकार के साथ मिलकर बिहार के 14 जिले में कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चला रही है। इस कार्यक्रम के 3 महीने पूरे होने के उपलक्ष्य में सारे डॉक्टर्स और नर्सों को इस कार्यशाला में बुलाया गया है ताकि इस कार्यक्रम के रूपरेखा स्पष्ट रूप से समझ सके तथा आगे की योजनाओं को क्रियान्वित कर सके। उन्होंने कहा कि बिहार में कैंसर को कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि हम लोगों तक जाकर प्रारम्भिक जांच करें। क्योंकि कैंसर के लक्षण से लेकर कैंसर के होने में कम से कम 7-10 वर्षों का अंतर होता है अगर हम उन्हें पहले ही जांच कर लेंगे तो आसानी से उनका इलाज हो सकता है। मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुख का कैंसर का इलाज समय से शुरू हो जाये तो 70 % कैंसर को बिहार से कम कर पाएंगे।
इस कार्यशाला का संचालन होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह ने किया। सर्वप्रथम उन्होंने टाटा मेमोरियल सेंटर और होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के बारे में विस्तार से बताया। इस कार्यशाला के उद्देश्य और लक्ष्यों के बारे बताया। वही अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा प्रभारी (गैर संचारी रोग, मुजफ्फरपुर) डॉ शिवशंकर प्रसाद ने इस कार्यशाला में डॉक्टर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि कैंसर की स्वीकार्यता अभी भी समाज में नहीं हुई है इसीलिए जागरूकता प्रथम कार्य होना चाहिए। जागरूकता बढ़ने से हमें प्रारंभिक चरण के कैंसर के मरीज ज्यादा मिलने लगेंगे और उनका इलाज भी आसानी से हो पाएगा।
इस कार्यशाला का उद्घाटन ऑनलाइन डॉ राजीव कुमार (डायरेक्टर, बिहार राज्य कैंसर संस्थान, IGIMS पटना) ने किया।
उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से डॉक्टरों के लिए बहुत जरूरी है ताकि वो एक दूसरे से सीख सके। कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान जो होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के द्वारा चलाया जा रहा है इसका बिहार में व्यापक असर देखने को मिलेगा।
होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के डॉक्टर डॉ बुरहान के द्वारा मुँह का कैंसर को अलग अलग केसों के बारे में विस्तार से बताया तथा बायोप्सी और एफेनसी का सैंपल लेने के विषय पर बात की। डॉ बुरहान ने कहा कि 1026 लोगों को स्क्रीन करें तो 1 आदमी को मृत्यु से बचा सकते है। वहीं अगर वो तम्बाकू, अल्कोहल या किसी भी तरह का नशा करता है तो ऐसे में हर 600 आदमी की कैंसर स्क्रीनिंग करने पर 1 आदमी को मृत्यु से बचा सकते है। कई बार देखा गया कि लोगों को मुंह के घाव पर घरेलू उपचार करते है जिसके दुष्परिणाम बाद में देखने को मिलते है। अगर मुंह में घाव हो रहा है, लाल लाल दाने हो रहे है, मुंह कम खुल रहा है या रंग बदल रहा है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं । इससे आप शुरुआती चरण में ही आप कैंसर को पकड़ सकते है और उसका इलाज आसानी से कर सकते है।
वहीं वक्ता डॉ चंदा राय (सहायक प्रोफेसर ऑन्कोलॉजी-गाइनकोलॉजी एचबीसीएचआरसी, मुजफ्फरपुर) ने गर्भाशय के मुख के कैंसर के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि महिलाएं को साफ सफाई रखनी चाहिए और परेशानी होने पर तुरन्त डॉक्टर से मिलना चाहिए।
डॉ शालाखा जोशी (ऑन्को- सर्जन टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई) ऑनलाइन जुड़ी और उन्होंने स्तन कैंसर के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाओं में जागरूकता की कमी है। स्तन में गांठ या आकर बदलने को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसीलिए अगर किसी भी महिला के स्तन में गांठ है और वो दर्दरहित भी हो या आकर दोनों का अलग है तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
डॉ कहकशा (सहायक प्रोफेसर एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर) ने पैलिएटिव केयर के बारे में बताया। उनके अनुसार बिहार में ज्यादातर कैंसर के मामले स्टेज 3 या स्टेज 4 में पता चलता है जिसके बाद इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाती है। उस स्थिति में हम मरीजों का दर्द कम कर सकते है जिसके लिए पैलिएटिव केयर की शुरुआत की गई है। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर ने बिहार राज्य में पहला अस्पताल है जिन्होंने होम बेस्ड पैलिएटिव केयर की शुरुआत की।
डॉ याग्निक वाज़ा ने मुख स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ साथ तम्बाकू रोकथाम कार्यक्रम विस्तार से बात रखी। बिहार में मुंह का कैंसर सबसे ज्यादा पाया जाता है। इसमें से 90% कैंसर सिर्फ तम्बाकू,बीड़ी, सिगरेट, सुपारी, जर्दा आदि के कारण होता है। इसीलिए तम्बाकू अविलम्ब छोड़े। बिहार सरकार ने गुटखा को बैन कर दिया है ये एक अच्छी पहल है।
इस कार्यक्रम में REC कम्पनी के तरफ से श्री आलोक कुमार ( उप प्रबंधक) और श्री विशाल अमन (प्रोजेक्ट एक्सयूटीव- सीएसआर) भी शरीक हुए।