कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हुए लॉकडाउन से जिले में खेलकूद की गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। अन्य खेलों की तरह बैडमिंटन पर भी ब्रेक लगा है। खिलाड़ी भी अभ्यास से वंचित हुए हैं। कोरोना काल को छोड़ दें तो भी जिले में बैडमिंटन का खेल धीरे-धीरे हाशिए पर आ रहा है। कारण, बैडमिंटन खिलाड़ियों को अभ्यास की सुविधा उपलब्ध नहीं है। शहर में दो बैडमिंटन हॉल हैं। एक एलएस कॉलेज में और दूसरा सिकंदरपुर स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में। एलएस कॉलेज हॉल में लगा मैट अब अभ्यास लायक नहीं रहा।
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एक एलएस कॉलेज में और दूसरा सिकंदरपुर स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में। एलएस कॉलेज हॉल में लगा मैट अब अभ्यास लायक नहीं रहा। वहीं, लाखों रुपये की लागत से सिकंदरपुर में बने इंडोर स्टेडियम से खिलाड़ी बाहर हैं और अधिकारी व व्यवसायी अंदर। इस प्रकार इंडोर स्टेडियम के रहते भी खिलाड़ियों व खेल संघों को अभ्यास एवं प्रतियोगिता के आयोजन के लिए स्थान की दरकार है। प्रशिक्षकों की कमी, प्रशासन की उदासीनता व प्रायोजकों की कमी भी बैडमिंटन खिलाड़ियों एवं आयोजकों की राह में रोड़ा बनी है। इसके बाद भी जिले के बैडमिंटन खिलाड़ियों ने अपने बलबूते राज्य प्रतियोगिताओं में सफलता का झंडा बुलंद किया है।
दो दशक पूर्व रखी गई थी जिला संघ की नींव : जिला बैडमिंटन संघ का इतिहास काफी पुराना रहा है। जिले में इसकी नींव वर्ष 1982 में जिले के तत्कालीन एसपी रणधीर वर्मा के संरक्षण में डॉ. वीर रंजन व अशोक अग्रवाल ने रखी थी। तब डॉ.रंजन ने अध्यक्ष व श्री अग्रवाल ने सचिव का पद संभाला था। वर्ष 1992 में संघ का पुनर्गठन हुआ। डॉ.बीके साहू संघ ने अध्यक्ष व विष्णु नरसरिया ने सचिव की कुर्सी संभाली। सीआरपीएफ के तत्कालीन एडीआइजी डीएस पुंडिर ने संघ को संरक्षण दिया और खेल ने गति पकड़ी। बाद में कृष्ण मुरारी टीकमानी व विवि क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ.विजय कुमार जायसवाल ने अध्यक्ष और प्रभात कुमार जालान ने सचिव का पद संभाला। वर्तमान में अध्यक्ष डॉ.राजेश कुमार गुप्ता व सचिव के पद पर अमिताभ रंजन हैं। बैडमिंटन कोच नीरज कुमार ने कहा कि अभ्यास के अभाव में बैडमिंटन खिलाड़ियों को बेहतर करने का मौका नहीं मिल पाता। यदि उनको सभी सुविधाएं मिलें तो बेहतर परिणाम आएंगे। प्रशिक्षक समरेश कुमार ने कहा कि इंडोर हाल की सुविधा मिल जाए तो जिले के खिलाड़ियों को आगे बढ़ाया जा सकता है। सुविधा व साधन जिले में बैडमिंटन के विकास में बाधक बने हैं।
उपलब्धियां :
– जिला अबतक दो बार वर्ष 2004 व 2011 में अंतर जिला प्रतियोगिता की मेजबानी कर चुका है।
– बैडमिंटन खिलाड़ी शुभम ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया।
– विष्णु नरसरिया, अखिल अख्तर, प्रमोद अग्रवाल, श्रीभद्र, समरेश कुमार, नीरज कुमार, आदर्श कुमार, सरफराज, आकांक्षा, अर्चना, समीर विजय आदि खिलाड़ियों ने राज्य प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया।
– सरफराज, अर्चना, आकांक्षा, शुभम, तनवीर, अमृत राज आदि खिलाड़ियों ने राज्य चैंपियन होने का गौरव हासिल किया।
Input : Dainik Jagran