जिले में शुक्रवार को 4240 संदिग्धों के नमूनों की जांच हुई। इसमें 481 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। वहीं, अलग-अलग जगहों पर इलाजरत नौ की मौत हो गई। इसके साथ ही 293 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसी क्रम में 533 संक्रमितों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। अब तक जिले में 6056 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। एसकेएमसीएच में सात, वैशाली कोविड केयर सेंटर व आइटी मेमोरियल में एक-एक की मौत हुई। सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि हर निजी व सरकारी अस्पताल पर नजर रखी जा रही है। हर जगह बेहतर इलाज हो इसकी कोशिश है।
सरकारी और निजी अस्पतालों में चल रहा संक्रमितों का इलाज
एसकेएमसएच अधीक्षक डॉ.बीएस झा ने बताया कि उनके यहां 200 बेडों में 130 पर मरीज भर्ती हैं। इलाज के दौरान सात मरीजों की मौत हो गई है। जिला के कोविड केयर के नोडल पदाधिकारी डॉ.सीके दास ने बताया कि ग्लोकल अस्पताल में 60 बेडों में 13 पर मरीज भर्ती हैं। मां जानकी अस्पताल के संचालक डॉ.धीरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि उनके यहां 40 बेडों में 19 पर मरीजों का इलाज चल रहा है। अशोका अस्पताल के संचालक डॉ.सुभाष कुमार ने बताया कि उनके यहां सभी 35 बेडों पर मरीज भर्ती हैं। वैशाली कोविड केयर सेंटर के डॉ.गौरव कुमार वर्मा ने बताया कि उनके यहां सभी 29 बेडों पर मरीज हैं। इलाज के क्रम में एक मरीज की मौत हुई है। आइटी मेमोरियल के प्रबंधक राकेश मिश्रा ने कहा कि उनके यहां सभी 16 बेडों पर मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं, एक की मौत हो गई।
पहले दिन एक मरीज किया गया भर्ती
अल्पसंख्यक छात्रावास परिसर सिकंदरपुर में चल रहे कोविड केयर सेंटर के नोडल पदाधिकारी डॉ.अनिल सिंह ने कहा कि वहां मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया है। पहले दिन एक मरीज को भर्ती किया गया है। उसकी हालत स्थित है। यहां कोविड के सामान्य मरीज का इलाज होगा। ऑक्सीजन व दवा की पर्याप्त सुविधा है।
Input: Dainik Jagran