कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले के सभी धार्मिक स्थलों पर भक्तों का प्रवेश रोक दिया गया है। बाबा गरीबनाथ मंदिर, बंगलामुखी मंदिर, रमना स्थित देवी मंदिर, साहू पोखर स्थित मंदिर, ब्रह्मïपुरा स्थित महामाया स्थान समेत शहर के सभी मंदिरों में ताला लटक गया है। बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक ने बताया कि 30 अप्रैल तक मंदिर पूरी तरह से भक्तों के लिए बंद रहेगा।
इस दौरान सिर्फ पुजारी ही मंदिर के भीतर रहकऱ बाबा की पूजा व आरती करेंगे। भोग भी पुजारी ही लगाएंगे। देवी मंदिर के पुजारी पं.अमित तिवारी ने बताया कि नवरात्र को लेकर की जा रही तैयारियों को रोक दिया गया है। बाहर में अब पंडाल नहीं बनेगा और न परिसर में किसी प्रकार की गतिविधि होगी। नवरात्र में सिर्फ पुजारी ही मां की आराधना करेंगे। कहा कि मां दुर्गा से कोरोना के विनाश और विश्व के कल्याण की कामना की जाएगी।
संक्रमित की पहचान होते ही दी जाएगी दवा की किट
जिले में अब किसी भी केंद्र पर कोरोना जांच के दौरान पॉजिटिव मरीज मिलने पर वहीं दवा की किट दी जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सीएचसी, पीएचसी, रेलवे स्टेशन, बैरिया बस पड़ाव, इमलीचट्टी बस पड़ाव केंद्र पर किट उपलब्ध करा दी गई हैं।
सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने कहा कि पहले संबंधित सीएचसी व पीएचसी संक्रमित को दवा उपलब्ध कराते थे। इसमें कई बार मरीज के पास दवा पहुंचने में देरी होती थी। अब पॉजिटिव की पहचान होते ही केंद्र पर दवा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र दवा देने के बाद इसकी सूचना पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इसके बाद कंट्रोल रूम से मरीज दवा ले रहे या नहीं, उसकी तबीयत कैसी है की जानकारी ली जाएगी। प्रतिदिन आशा उसकी निगरानी करेंगी। मरीज की हालत बिगडऩे पर उसका इलाज किया जाएगा।
Input: Dainik Jagran