उमस भरी गर्मी के बीच चमकी व तेज बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को चार बच्चों ने इलाज के दौरान द’म तोड़ दिया। वहीं, बीमारी से पीड़ित 13 बच्चों को एसकेएमसीएच व जूरनछपरा स्थित केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। भर्ती बच्चों का एईएस के तय प्रोटोकॉल के तहत इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों ने सभी की हालत गंभीर बताई है। दूसरी ओर, स्वास्थ्य अधिकारी ने दो बच्चे के एईएस से मौत की पुष्टि कर रहे हैं। वहीं, अन्य में बीमारी का अभी पता नहीं होने की बात कह रहे हैं।

इन बच्चों की मौत के साथ पिछले तीन दिनों में बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या आठ हो गयी है। वहीं, इस माह अबतक 15 बच्चों की मौत चकमी व तेज बुखर से हो गई है। गुरुवार को एसकेएमसीएच में तीन बच्चे की मौत हुई है। इनमें सरैया की दो वर्षीय ज्योति कुमार, जगन्नाथपुर गांव का पांच वर्षीय सुबोध कुमार व चकना गांव का रंजन कुमार शामिल हैं। वहीं, पीआईसीयू में बीमारी से पीड़ित सात नए बच्चों को भर्ती कराया गया। इसमें बोचहां की चार वर्षीय सुवन कुमारी, मनियारी की पांच वर्षीय प्रियांशु कुमारी, अहियापुर मुस्तफापुर की छह वर्षीय सावना परवीन, चार वर्षीय फरजाना खातून, वैशाली की निर्मला, गायघाट की सोमन कुमारी को भर्ती किया गया है। ज्योति व सुबोध का तीन दिनों से इलाज चल रहा था, जबकि रजंन को सुबह भर्ती कराया गया था। आठ बच्चों का बीते कई दिनों से पीआईसीयू में इलाज चल रहा है।

वहीं, केजरीवाल अस्पताल में छह बच्चों मुशहरी के रघुनाथपुर की चार वर्षीय प्रीति कुमारी, कांटी बरामदपुर के छह वर्षीय पवन कुमार, कांटी के कलवारी फतहपुर की चार वर्षीय मोहन कुमारी, साहेबगंज के राजेपुर के पांच वर्षीय अंकुश कुमार, देवरिया के विशुनपुर के तीन वर्षीय पवन कुमार, मुशहरी अहियापुर के गोंसाईपुर की ढाई वर्षीय रागनी का एईएस वार्ड में भर्ती कराया गया। इसमें पवन कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

Input : Hindustan

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