बिहार में शराब बेचने वाले पुलिस और उत्पाद विभाग को चकमा देने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं. इन लोगों के द्वारा नदी के जरिए भी शराब की सप्लाई जा रही है. विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है. इसे रोकने के लिए मद्य निषेध उत्पाद और निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी एसएसपी को निर्देश दिया है.
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आपको बता दें कि पुलिस की नजरों से बचने के लिए शराब धंधेबाज कभी ट्रैक्टर में तहखाना बनाकर शराब की सप्लाई कर रहे हैं तो कभी दूध के केन में शराब की सप्लाई की जा रही है. इसके बाद विभाग के मुख्य सचिव द्वारा सभी एसएसपी को निर्देशित किया गया है.
इस निर्देश कर बाद एसपी जयंत कांत ने सभी थानेदारों को आदेश दिया है कि वे अपने क्षेत्र में आने वाली नदियों की नाव से निगरानी करें इसके लिए थानेदार निजी नाव को भाड़े में लेकर रात में निगरानी करें. साथ ही उन्होंने 2 दिनों के अंदर की गई कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी है. उन्होंने थानेदारों को नदियों का जिक्र सहित अन्य बिंदुओं पर काम कर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है. मुख्यालय के निर्देश के बाद पुलिस महकमा रिपोर्ट तैयार करने में जुट गया है.
आपको बता दें कि बूढ़ी गंडक नदी में देसी शराब बनाने का धंधा खूब फल-फूल रहा है. पहले भी कई बार स्थानीय थाने की पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर चुकी है. पुलिस द्वारा सैकड़ों लीटर देसी शराब नष्ट की जा चुकी है. यहां तक की शराब धंधेबाजों के अड्डों को भी ध्वस्त किया जा चुका है. लेकिन पुलिस की कार्रवाई के कुछ दिनों के बाद ही वहां फिर से शराब बनाने का धंधा शुरू हो जाता है.
Input: Live Hindustan