कोरोना के इलाज के नाम पर निजी अस्पतालों में मची लूट-खसोट पर लगाम लगाने के लिए गठित धावा दल ने बुधवार को ब्रह्मपुरा स्थित प्रसाद हॉस्पिटल और बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल में छापेमारी की। इस दौरान कई खामियां व अनियमितता मिली। धावा दल से मरीज के परिजनों ने हर रोज जांच के नाम पर 55 सौ रुपये लेने की शिकायत की। इसके अलावा भी कई तरह से हो रहे दोहन की जानकारी दी।
छापेमारी के दौरान धावा दल को दोनों अस्पतालों के आईसीयू में डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी का रोस्टर नहीं मिला। न ही इलाज की फीस को लेकर डिस्प्ले बोर्ड मिला। धावा दल ने दोनों अस्पतालों के प्रबंधन से व्यवस्था को और दुरुस्त करने की सलाह दी। कहा कि कोविड के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है।
इसमें सुधार की जरूरत है। धावा दल का नेतृत्व नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय कर रहे थे। साथ में सिटी एसपी राजेश कुमार, डीआरडीओ के निदेशक चंदन कुमार चौहान, नगर डीएसपी रामनरेश पासवान व ड्रग्स इंस्पेक्टर भी थे। सभी अपनी रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपेंगे, जिसे डीएम को आगे के निर्णय के लिए सौंपा जाएगा।
Input: Live Hindustan