मुजफ्फरपुर नगर पंचायत कांटी के वार्ड आठ में बने श्रीरामजानकी मठ मंदिर से अज्ञात चोर शनिवार की देर रात श्रीराम-सीता समेत पांच देवी-देवताओं की अष्टधातु की मूर्तियां ले उड़े। चोरी गई मूर्तियों की कीमत लाखों में बताई गई है जो तीन सौ वर्ष पुरानी बतायी जा रही हैं। घटना को लेकर मंदिर के महंत मोहनदास ने कांटी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
कांटी थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि घटना की छानबीन शुरू कर दी गई है। महंत मोहन दास ने पुलिस को बताया सूर्यग्रहण का सूतक लगने के कारण शनिवार को संध्या पूजा व आरती के बाद मंदिर का पट बंद कर दिया गया था। इसके बाद वे भोजन कर सोने चले गए। सुबह उठने के बाद जब मंदिर को खोला गया तो मंदिर से भगवान रामलला, माता सीता, लक्ष्मण जी व राधा-कृष्ण की मूर्तियां गायब थीं। यह देख कर उनके होश उड़ गए। उन्होंने इसकी सूचना अगल-बगल के लोगों को दी। बाद में घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई। सूचना मिलने पर कांटी पुलिस ने मंदिर पहुंचकर जांच की। घनी आबादी के बीच स्थित मठ के मंदिर से मूर्तियों का चोरी होने में स्थानीय व्यक्ति की संलिप्तता की भी आशंका पुलिस जता रही है। घटना में मूर्ति तस्कर गिरोह का हाथ होने की भी संभावना है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
मठ की जमीन पर भी होता जा रहा कब्जा
कांटी पुरानी बाजार स्थिति जिस श्रीरामजानकी मठ के मंदिर से अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी हुई है वह लगभग 300 वर्ष पुरानी बतायी गई है। घटना की जानकारी मिलते ही मठ परिसर में लोगों की भीड़ जुट गई। वार्ड पार्षद महेश प्रसाद साह ने बताया कि मठ बाजार से सटे काफी घनी आबादी के बीच से मूर्ति चोरी होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मंदिर से मूर्तियां चोरी होने से लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। कई लोगों ने बताया कि मठ की काफी जमीन को फर्जी तरीके से कागजात बनवाकर कब्जा भी कर लिया गया है।
Input : Hindustan