मुजफ्फरपुर। छठी से आठवीं कक्षा तक स्कूल खुल जाने से मूर्तिकारों को कुछ लाभ मिला है। कई स्कूलों में सरस्वती पूजा को लेकर तैयारी की जा रही है। साथ ही मूर्तियों की भी बुकिग की गई है। खादी भंडार के पास पिछले 40 वर्षों से मूर्ति निर्माण कार्य से जुड़े ब्रजकिशोर पंडित बताते हैं कि स्कूल खुलने से पहले तक जहां 20 फीसद मूर्तियों की ही बुकिग हो सकी थी। वहीं अब खरीदार आने लगे हैं। हालांकि, छोटी प्रतिमा की अधिक डिमांड है। कई जगह जहां पंडाल का बड़े स्तर पर निर्माण होता था और बड़ी प्रतिमा स्थापित होती थी। वहां भी इसबार छोटी प्रतिमा स्थापित हो रही है। बताया कि जहां मिट्टी और अन्य उपयोग में आने वाली सामग्री की कीमत बढ़ी है। इससे मूर्तियों की कीमत में भी इजाफा हुआ है। बता दें कि मूर्तिकारों को दुर्गापूजा में काफी नुकसान उठाना पड़ा था। मूर्तिकारों ने दो महीने से मेहनत कर मूर्तियों को तैयार कर लिया था। लेकिन अंतिम समय में पूजा पंडाल लगाने की अनुमति नहीं मिली तो मूर्तिकारों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा था। मूर्तिकारों को उम्मीद थी कि सरस्वती पूजा में प्रतिमाओं की बिक्री होगी तो इससे कुछ राहत मिलेगा। रमेश पंडित और संजय कुमार बताते हैं कि अन्य वर्ष जहां एक सौ से अधिक मूर्ति की बिक्री होती थी वहीं इसबार 40 से 50 मूर्ति ही बनाई गई है। अबतक 20 से 25 मूर्ति की ही बुकिग हो सकी है।

Pic by Ranjan Kumar Photography

इन जगहों पर तैयार हो रहा पंडाल : सरस्वती पूजा को लेकर अखाड़ाघाट बांध, मस्जिद चौक, कल्याणी चौक समेत अन्य कई जगहों पर सरस्वती पूजा को लेकर पंडाल तैयार हो रहा है।

प्रशासन ने पूजा को लेकर जारी किया दिशानिर्देश : सरस्वती पूजा को लेकर प्रशासन की ओर से दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि इसबार बड़े स्तर पर पंडाल का निर्माण नहीं होना है। वहीं पंडाल बनाने से पूर्व इसकी प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। किसी भी पूजा पंडाल में डीजे बजाने की अनुमति नहीं होगी। जबकि, कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भीड़ नहीं लगे इसका ख्याल पूजा समिति को रखना होगा। विसर्जन के समय जुलूस की अनुमति भी नहीं दी जाएगी। नियम का पालन नहीं करने की स्थिति में संबंधित पूजा समितियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Source : Dainik Jagran

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD