मुजफ्फरपुर में सीएम की समाज सुधार सभा के बाद पुलिस ने 140 शराब धंधेबाजों को गुंडा घोषित कर दिया है। इनके नाम थाने व एसएसपी ऑफिस के गुंडा पंजी में दर्ज किए गए हैं।
वैसे शराब धंधेबाजों को गुंडा घोषित किया जा रहा है, जिनके नाम पर शराब के दो से अधिक केस दर्ज हैं। जिन्होंने जेल से जमानत पर छूटने के बाद फिर से शराब का धंधा शुरू कर दिया। इनको अब पुलिस ऑफिस से आचरण प्रमाण पत्र जारी नहीं होगा। इनकी सारी संपत्ति को पुलिस अवैध घोषित करा सकती है। इसके अलावा संबंधित इलाकों में लावारिस शराब मिलने पर इन धंधेबाजों को ही पुलिस दबोचेगी।
एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि शराब के धंधे को बंद कराने के लिए इस तरह के कई सख्त कदम उठाए जाएंगे। जिन शराब धंधेबाजों का नाम गुंडा पंजी में दिया गया है, वह बार-बार शराब का धंधा करते पकड़े गए हैं। इलाके में आदतन शराब धंधेबाज के रूप में जाने जाते हैं। ऐसे धंधेबाज सामाजिक स्तर पर भी गुंडा के रूप में पहचाने जाए, इसलिए मुख्यालय से जारी निर्देश के आधार पर गुंडा पंजी में इनका नाम दर्ज हो रहा है। एसएसपी ने बताया कि गुंडा पंजी में और शराब धंधेबाजों के नाम जुड़ेंगे। इसके लिए थानों के रिकॉर्ड को अपडेट करके थानेदारों को प्रस्ताव देने के लिए कहा गया है।
69 अपराधियों पर निगरानी प्रस्ताव मंजूर
सेंट्रल जेल से जमानत पर 150 से अधिक आदतन अपराधी बीते साल जमानत पर छूटे हैं। सभी लूट, छिनतई, डकैती, रंगदारी और कान्ट्रैक्ट किलिंग के आरोपित हैं। एसएसपी ने बताया कि अबतक 69 अपराधियों पर निगरानी प्रस्ताव मंजूर हो चुका है। इन शातिरों पर पुलिस की सतत निगरानी होगी। साथ ही इन्हें हर दिन किसी ना किसी थाने में हाजिरी लगानी होगी। थाने में हाजिरी देकर बताना होगा कि वह अभी कहां रहते हैं और क्या कर रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि पश्चिमी अनुमंडल के शातिरों को पूर्वी अनुमंडल और पूर्वी अनुमंडल के शातिरों को पश्चिमी अनुमंडल के थाने में हाजरी लगाने का निर्देश जारी हो रहा है। हाजिरी नहीं लगाने पर उनकी गिरफ्तारी के लिए डीएम के न्यायालय से बॉडी वारंट लिया जाएगा।
चोरी के आदतन आरोपितों को घोषित किया जाएगा 110 नंबरी: एसएसपी ने बताया कि चोरी की वारदातों में हाल के वर्षों में इजाफा हो गया है। इसे रोकने के लिए आदतन चोरों के खिलाफ अपराध नियंत्रण की धारा 110 का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके तहत आदतन चोरों को 110 नंबरी घोषित किया जाएगा। इसके लिए भी सभी थानेदारों से रिपोर्ट मांगी गई है। 110 नंबरी घोषित वैसे चोरों को किया जाएगा, जो से दो अधिक चोरी कांडों में चार्जशीटेड रहे हैं।
इन थाना क्षेत्रों के धंधेबाज के नाम शामिल
गुंडा पंजी में सबसे अधिक कटरा, हथौड़ी, सकरा, मोतीपुर, सरैया, पियर और अहियापुर थाना क्षेत्र शराब धंधेबाजों के नाम हैं। गुंडा पंजी में सकरा के अजय कुमार ओझा उर्फ बबुआ डॉन, सुजीत कुमार, सरैया का राजा राय, पियर के अनिल सहनी, सरैया के पप्पू राय, मुशहरी के महेंद्र महतो, कन्हाई कुमार, कुढ़नी के विपिन राय, सुबोध सहनी, देवरिया के पिंकू राय, मो. असलम और अमरनाथ साह को प्रमुख रूप से शामिल किया गया है।
शराब मामले को लेकर डीएम कोर्ट सख्त है। इसकी नियमित सुनवाई की जा रही है। जिस जमीन के हिस्से, दुकान, परिसर और गोदाम आदि से शराब बरामद हुई है, उनके 119 आरोपितों को डीएम कोर्ट ने नोटिस किया है। नोटिस में कहा गया है कि यदि वे तय तारीख पर कोर्ट में उपस्थित नहीं होते है तो उनके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी। उनके खिलाफ फैसला सुनाया जाएगा। जमीन आदि को राजसात कर दिया जाएगा। इसे लेकर 10 से 15 जनवरी की तारीख डीएम कोर्ट ने तय की है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस व उत्पाद विभाग की कार्रवाई में धंधेबाजों के जमीन के हिस्से, दुकान, परिसर, घर व गोदाम आदि से शराब मिली है। इन मामलों के कई आरोपित पहली तारीख पर पेश हुए, लेकिन कोर्ट को जवाब नहीं दिया। कुछ ने जवाब दिया। इसके संबंध में दस्तावेज भी कोर्ट को नहीं सौंपा। इसके लिए मिली तारीख पर कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए। इसे लेकर कई दफा कोर्ट ने नोटिस भेजा, लेकिन आरोपितों ने उसका संज्ञान नहीं लिया। अब डीएम कोर्ट ने अंतिम बार नोटिस भेजा है।
Source : Hindustan