जिले में सोमवार को 5418 संदिग्धों के नमूनों की जांच की गई। इसमें 602 नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इस बीच इलाजरत चार लोगों की मौत हो गई। जिला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 113 संक्रमितों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। अभी 3755 कोरोना के एक्टिव मामले हैं।

203 संक्रमितों का अलग-अलग जगहों पर चल रहा इलाज

कोरोना संक्रमण के शिकार 203 संक्रमितों का अलग-अलग इलाज चल रहा है। इसी बीच प्रसाद अस्पताल में एक, आइटी मेमोरियल अस्पताल में एक व एसकेएमसीएच में दो मरीजों की मौत हो गई है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.बीएस झा ने बताया कि उनके यहां 67 मरीजों का इलाज चल रहा है। सभी की हालत स्थिर है। मां जानकी अस्पताल के संचालक वरीय चिकित्सक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि उनके यहां छह मरीज भर्ती हैं। इसी तरह वैशाली कोविड केयर सेंटर के संचालक डॉ. बी.मोहन ने बताया कि उनके यहां 25, जूरन छपरा स्थित अशोका अस्पताल के संचालक डॉ.सुभाष कुमार ने बताया कि उनके यहां 32, प्रसाद अस्पताल के प्रबंधक अमर कुमार ने बताया कि उनके यहां 55 मरीज व आइटी मेमोरियल अस्पताल के प्रबंधक राजेश कुमार मिश्रा ने कहा कि उनके यहां 13 मरीज भर्ती हैं। सभी का इलाज चल रहा है। इधर ग्लोकल अस्पताल में तीन मरीजों का इलाज चल रहा है। जिला कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ.सीके दास ने बताया कि ग्लोकल अस्पताल से दो मरीजों को रेफर किया गया।

एसकेएमसीएच 33, मां जानकी में 34 व ग्लोकल में 57 बेड खाली

ग्लोकल अस्पताल में 60 बेड हैं। इसमें 57 खाली हैैं। वहीं, मां जानकी अस्पताल में 40 बेड में 34 और एसकेएमसीएच में सौ में 33 बेड खाली हंै। इसके अलावा निजी अस्पताल प्रसाद, अशोका, वैशाली कोविड केयर सेंटर व आइटी मेमोरियल में एक भी बेड खाली नहीं है। इन निजी अस्पतालों में कोरोना के लिए जितने बेड चिह्नित हैैं उतने ही मरीज भर्ती हैं।

Input: Dainik Jagran

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