जिले में लेदर और मेगा फूड पार्क के लिए कवायद चल रही है। इसके अलावा अन्य उद्योगों को लगाने का प्रस्ताव भी मिला है। नए उद्योग लगाने के लिए अभी जमीन का एग्रीमेंट हो रहा है। केंद्र सरकार की ओर से मोतीपुर में मेगा फूड पार्क बनाने की घोषणा के बाद बियाडा वहां पर औद्योगिक परिसर का विस्तार कर रहा है। सूबे के उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन की पहल पर उद्यमी निवेश को आगे आ रहे हैैं। उद्यमियों को लुभाने के लिए बेला औद्योगिक क्षेत्र से वहां की जमीन की दर भी कम रखी गई है। बेला औद्योगिक क्षेत्र का रेट 3.61 करोड़, जबकि मोतीपुर के औद्योगिक क्षेत्र में जमीन 44 लाख रुपये प्रति एकड़ है। जिले में 18 बड़ी औद्योगिक इकाइयों के लिए 1088 करोड़ के प्रस्ताव को हरी झंडी मिली है।
चीनी मिल की जमीन पर उद्योग का बिछेगा जाल
मोतीपुर चीनी मिल की ओर से सात अलग-अलग जगहों पर जमीन दी गई है। केंद्र सरकार की पहल पर 400 करोड़ रुपये से 89 एकड़ जमीन पर बिहार का पहला मेगा फूड पार्क खुलने जा रहा है। जानकारी के अनुसार बियाडा मुजफ्फरपुर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले छह जिलों में मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सिवान, वैशाली में कुल 1744 करोड़ के 46 बड़े निवेश प्रस्ताव को हरी झंडी मिली है। बियाडा के मुताबिक उद्योग के लिए आए प्रस्ताव में जिन्हें मंजूरी मिली है उनमें फूड प्रोसेङ्क्षसग और इथेनाल यूनिट पर सबसे बड़ा निवेश है। रेडी टू ईट स्नैक्स, स्वीट््स, नमकीन के लिए हल्दीराम भुजियावाला के 294 करोड़, माइक्रोमैक्स बायोफ्यूल को इथेनाल के लिए 239 करोड़, मुजफ्फरपुर बायो फ्यूल को इथेनाल के लिए 130 करोड़ के प्रस्ताव को फस्र्ट स्टेज की मंजूरी मिली है। इसके अलावा सीड प्रोसेङ्क्षसग, फ्लोर मिल, वुड आदि के प्रोजेक्ट में भी निवेश के लिए उद्यमी आगे आए हैं। नए उद्यमी के साथ बियाडा मुजफ्फरपुर में यूनिट लगाने वाले भी मोतीपुर में इकाई लगाने के लिए आगे आ रहे है। फूड प्रोसेसिंग यूनिट का संचालन करने वाले केशवनंदन ने कहा कि उन्होंने भी बियाडा से संपर्क किया है। अगर जमीन मिली तो एक उद्योग वहां भी लगाएंगे। बियाडा के कार्यकारी निदेशक सरोज कुमार सिन्हा ने कहा कि मोतीपुर में मेगा फूड पार्क बनाने के लिए डीपीआर बन रही है। इथेनाल इकाई के लिए जमीन का आवंटन हो गया है। बहुत जल्द वहां पर उद्योगपति अपनी इकाई लगाना शुरू कर देंगे।
ये रही रफ्तार
जिला – यूनिट – निवेश (करोड़ में)
पूर्वी चंपारण – 12 – 166
गोपालगंज – 1 – 37
मुजफ्फरपुर – 18 – 1088
सिवान – 1 – 5
वैशाली – 12 – 405
सीतामढ़ी – 2 – 43
Source : Dainik Jagran