मुजफ्फरपुर में पहली बार गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन के बाद न्यू टेक्नोलॉजी की ई-पावर हाउस सब स्टेशन बनाने की मंजूरी मिल गई है। एस्सेल से नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन के हाथों में बिजली व्यवस्था आने के बाद गैस इंसुलेटेड और ई-पावर हाउस सब स्टेशन बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था। इसमें उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर सहित राज्य के अन्य छह जिलों में भी ई-पावर हाउस विद्युत सब स्टेशन बनाने की मंजूरी मिल गई है। ई-पावर हाउस विद्युत स्टेशन बनाने का जिम्मा विदेशी कंपनी को दिया गया है। टेंडर करीब फाइनल हो चुका है। मुजफ्फरपुर में इसके लिए जमीन का चयन किया जा रहा है। सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने पर किसानों की जमीन ली जाएगी। कोई इच्छुक व्यक्ति अगर अपने जमीन में ई-पावर हाउस विद्युत स्टेशन लगाना चाहें तो विभाग अनुमति दे सकता है। अगले साल गर्मी तक निर्मानाधीण आधा दर्जन नये पावर सब स्टेशनों से लोगों को काफी राहत मिल सकती है। इधर मुशहरी द्वारिकानगर ग्रिड से बेला सब स्टेशन में नया 33 केवीए लाइन बन गया है। चंदवारा पावर सब स्टेशन से भी 33 केवी दिसंबर तक जुड़ जाएगा। इसके बाद आधे शहर की बिजली आपूर्ति सुदृढ़ हो जाएगी। नया पावर सब स्टेशन बनने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि फीडर से जुड़े किसानों को भरपूर बिजली मिलेगी।

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आबादी के साथ तेजी से बढ़ रही बिजली की खपत : जिले में तेजी से बढ़ रही आबादी के साथ बिजली की खपत भी तेजी से बढ़ रही है। शहर के रामदयालु, बीएमपी, मुशहरी में नया पावर सब स्टेशन बनने का काम प्रारंभ हो गया है। नया पावर सब स्टेशन बनाने के लिए कांटी में जगह चिह्न्ति कर ली गई है। वहीं अहियापुर में जमीन की तलाश की जा रही है। शहर में ट्रेजरी कार्यालय के समीप गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन बनाया जाएगा। विद्युत विभाग को भूमि आवंटन हो गया है। इसके बनने से शहर के लोगों को काफी फायदा होगा। इससे शहर में बढ़ रहे लोड की क्षमता भी दूसरे पावर सब स्टेशनों पर कम हो जाएगी।

ई-पावर हाउस विद्युत स्टेशन बनाने के लिए किसी विदेशी कंपनी को जिम्मा सौंपा गया है। शहर और आसपास के इलाकों में जमीन ढूंढ़ा जा रहा है। जमीन मिलते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

विजय कुमार, कार्यपालक अभियंता, प्रोजेक्ट

Input : Dainik Jagran

 

 

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